डॉ. एम.रहमतुल्लाह / नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई दर्दनाक घटना के समझौते पर आज संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को सफाई देते देते पसीने छूटने लगे। प्रेस क्लब में आयोजित आज प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों ने कई सवाल दागे। पत्रकारों के निशाने पर सबसे ज्यादा राकेश टिकैत रहे। संयुक्त किसान मोर्चा ने ऐलान किया है कि 26 अक्टूबर को लखनऊ में महापंचायत किया जाएगा। जबकि 18 अक्टूबर को देश भर में रेल रोको अभियान चलाया जाएगा।
बता दें कि घटना के बाद किसान नेता राकेश टिकैत और सरकार के आला अधिकारियों के बीच समझौता हुआ था, जिसके बाद टिकैत ने कहा था कि सरकार ने 7 दिनों की मोहलत मांगी है। कार्रवाई नहीं की गई, तो आगे का एक्शन लिया जाएगा।
राकेश टिकैत ने परिस्थिति का हवाला देते हुए कहा कि मृतक के शरीर और परिजनों की सहमति के साथ साथ सभी घटक नेताओं की सहमति के आधार पर ही समझौते को अंजाम दिया गया। एसकेएम की मांगों को उत्तर प्रदेश सरकार ने स्वीकार किया जिसके बाद समझौता किया गया।
जब राकेश टिकैत से सवाल किया गया कि लखीमपुर खीरी में लाठी डंडे से मौत के घाट उतारे गए लोगों के बारे में आप क्या सोचते हैं कि वह रौंदे गए मामले की प्रतिक्रिया का हिस्सा है। रोड पर दो वाहनों की टक्कर में सभी जानते हैं कि सारा खर्च वीमा कंपनी देगी, फिर भी लोग आपस में लड़ते हैं।
बीच बचाव में उतरे योगेद्र यादव ने कहा हम किसी भी हत्या को उचित नहीं मानते हैं। कानून सभी मामलों में अपनी कार्रवाई करे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किसान नेता दर्शन पाल ने कहा है कि लखीमपुर खीरी घटना पहले से रची गई साजिश का हिस्सा है। उन्होंने (हमलावरों) ने किसानों को आतंकित करने की कोशिश की है। संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग भी की है।
मीडिया से बात करते हुए किसान नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि सरकार ने प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ हिंसक रुख अपनाया है, लेकिन हम हिंसा की राह पर नहीं जाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि हमारी मांग है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष को गिरफ्तार किया जाए।
संयुक्त किसान मोर्चा ने आगे कहा कि लखीमपुर से 12 अक्टूबर को शुरू होगी शहीद किसान कलश यात्रा की शुरूआत होगी। बता दें कि पिछले दिनों राकेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई, तो हम मुआवजे की राशि को लौटा देंगे।
इससे पहले आज लखीमपुर में संयुक्त किसान मोर्चा का एक पोस्टर वायरल हुआ था, जिसमें कहा गया था कि मृतक किसानों का अरदास उसी जगह पर किया जाएगा, जहां उन्हें गाड़ी से कुचला गया है। पोस्टर के बाद से ही जिला प्रशासन सकते में है।