जनजीवन ब्यूरो / जम्मू : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर श्रीनगर पहुंच गए हैं। सबसे पहले अमित शाह ने आतंकी हमले में मारे गए सीआईडी इंस्पेक्टर परवेज अहमद के परिजनों से मुलाकात की और अहमद की पत्नी को नियुक्ति पत्र दिया। अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर हवाई अड्डे पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शाह का स्वागत किया, जहां जम्मू कश्मीर प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। गृह मंत्री दिन में बाद में एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे और श्रीनगर-शारजाह की पहली उड़ान को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। उनके यहां एक युवा क्लब के सदस्यों के साथ बातचीत करने की भी संभावना है।
आतंकी हमले में शहीद इंस्पेक्टर के परिवार से मिले शाह
घाटी पहुंचने के बाद केंद्रीय मंत्री अमित शाह श्रीनगर के नौगाम में मारे गए सीआईडी इंस्पेक्टर परवेज अहमद के आवास पर उनके परिवार से मिलने पहुंचे। परवेज को जून 2021 को आतंकियों ने मार गिराया था। इस दौरान अमित शाह के साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और डीजीपी दिलबाग सिंह भी मौजूद रहे। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री ने अहमद की पत्नी फातिमा अख्तर से मुलाकात की और उन्हें सरकारी नौकरी के लिए आधिकारिक कागजात भी दिए। 22 जून की शाम को इंस्पेक्टर परवेज अहमद पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया था। जिसमें वो शहीद हो गए थे।
5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और जम्मू कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद शाह की यह पहली कश्मीर यात्रा है। शाह के घाटी दौरे से पहले पूरे कश्मीर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हाल में आम नागरिकों की हत्याओं के मद्देनजर अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की 50 कंपनियों को घाटी में शामिल किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर के कई इलाकों के साथ कश्मीर घाटी के अन्य हिस्सों में केंद्रीय अर्धसैनिक बल (सीआरपीएफ) के बंकर बनाए गए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के शहीद अधिकारी परवेज अहमद के परिजन से शनिवार को मुलाकात की। शहर के नौगाम इलाके में इस साल जून में आतंकवादियों ने अहमद की हत्या कर दी थी। जम्मू कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर आए शाह हवाई अड्डे से सीधा नौगाम गए। उन्होंने शहीद पुलिसकर्मी के परिजन को सांत्वना दी। शहीद पुलिस अधिकारी की विधवा फातिमा अख्तर को शाह ने अनुकंपा के आधार पर सरकारी नौकरी के दस्तावेज सौंपे। शाह ने ट्वीट किया, ‘आज मैं शहीद परवेज अहमद डार के परिजन से मिला और उन्हें सांत्वना दी। मुझे और राष्ट्र को उनकी बहादुरी पर गर्व है। प्रधानमंत्री मोदी के नए जम्मू कश्मीर के सपने को सच करने के लिए हम सारे प्रयास कर रहे हैं।’ अहमद 22 जून को नमाज पढ़कर लौट रहे थे, तभी नौगाम में उनके घर के पास आतंकवादियों ने उन्हें गोली मार दी थी।
राजभवन में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के अपने तीन दिन के दौरे पर हैं। आज उन्होंने सुरक्षा समीक्षा के संदर्भ में उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। हाल ही में बढ़े टेरर किलिंग मामले पर चर्चा कर रहे हैं।
श्रीनगर में गृह मंत्री शारजाह के लिए सीधी विमान सेवा का शुभारंभ करेंगे। दौरे के मद्देनजर जम्मू और श्रीनगर में भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। दोनों ही जगह ड्रोन से भी निगरानी हो रही है। सुरक्षा संबंधी बैठकों में गृह मंत्रालय के साथ ही विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों एनआईए, आईबी, सीआरपीएफ, बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी श्रीनगर पहुंच चुके हैं।
इस बीच उप राज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बैठकें कर जम्मू व श्रीनगर में कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया। जम्मू में गृह मंत्री 24 अक्तूबर को रहेंगे। यहां वह भगवती नगर में सभा को संबोधित करेंगे। लाभार्थी सम्मेलन में केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के 80 लाभार्थियों को प्रमाणपत्र और योजना से जुड़े दस्तावेज सौंपेंगे। आईआईटी जम्मू के नए ब्लॉक का उद्घाटन करने के साथ ही विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है।
शुक्रवार को अधिकारियों ने लिया था रैली का जायजा
शुक्रवार को रैली स्थल पर केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने अधिकारियों के साथ तैयारियों का जायजा लिया। श्रीनगर सचिवालय में सुरक्षा एजेंसियों व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर उप राज्यपाल मनोज सिन्हा व डॉ. जितेंद्र सिंह ने कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया। श्रीनगर के एसकेआईसीसी में सुरक्षा बैठकों के साथ ही लाभार्थी सम्मेलन होगा।
विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है। इस बीच बीएसएफ के डीजी पंकज कुमार सिंह भी शुक्रवार को श्रीनगर पहुंच गए हैं। डल झील के आसपास के इलाकों में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। पूरे डल इलाके को सुरक्षा छावनी में तब्दील कर दिया गया है। सुरक्षाबलों की गश्त बढ़ा दी गई है।
रैली भी सरकारी, नहीं लगेंगे भाजपा के झंडे
जम्मू में आयोजित रैली को सरकारी रूप दिया गया है। रैलीस्थल पर लाभार्थी सम्मेलन की वजह से किसी प्रकार का पार्टी का कोई कार्यक्रम नहीं होगा। न तो झंडे लगेंगे और न ही किसी प्रकार का अन्य आयोजन होगा। रैली स्थल पर स्क्रीन टीवी लगाए गए हैं ताकि रैली में पहुंचे लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न होने पाए।
अमित शाह श्रीनगर के नौगाम में मारे गए सीआईडी इंस्पेक्टर परवेज अहमद के आवास पर उनके परिवार के साथ संवेदना व्यक्त करने के लिए पहुंचे। परवेज को जून 2021 में संदिग्ध आतंकियों ने मार गिराया था।