सुधांशु त्रिवेदी. पटना. बिहार के शहरी इलाकों में फुटपाथ या ओवरब्रिज के नीचे रहने के लिए मजबूर आश्रयविहीन लोगों के दिन बहुरने वाले हैं. ऐसे लोगों के लिए सरकार बहुमंजिला इमारत बनाएगी. सभी सुविधाओं से लैस इन इमारतों का मेंटेनेंस भी सरकारी खर्चे पर किया जाएगा.
दरअसल, शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट व नगर विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास समारोह में शिरकत कर रहे थे. इस दौरान उनकी गरीबों के प्रति हमदर्दी छलक कर सामने आ गई. समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सडक के किनारे या पुल के नीचे रहने का क्या मतलब है? हम तो किसी को हटाते नहीं लेकिन ऐसे लोगों के रहने के लिए सही जगह होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से ऐसे लोगों को जगह उपलब्ध कराई जाएगी. साथ ही संबंधित इमारत का रखरखाव सरकार की तरफ से किया जाएगा. यहां रहने वाले लोगों को सभी तरह की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी. सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जहां जरूरत है वहां बहुमंजिली इमारत बनाकर गरीबों को उपलब्ध कराएं.
स्मार्ट सुविधाएं भी होनी चाहिए
नीतीश कुमार ने कहा कि केवल नाम स्मार्ट सिटी नहीं रहना चाहिए बल्कि वहां सुविधाएं भी स्मार्ट होनी चाहिए. पटना में स्मार्ट सिटी का काम देरी से शुरू हुआ लेकिन खुशी है कि अब इस दिशा में काम हो रहा है. उन्होंने अधिकारियों से काम को द्रुत गति से करने का आग्रह किया. सीएम ने आश्वासन दिया कि स्मार्ट सिटी की योजनाओं को पूर्ण करने में पैसे की कमी नहीं आने दी जाएगी. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के चलते राज्य और केंद्र सरकार का काफी पैसा खर्च हो रहा है, इसके बावजूद विकास के कार्यों में आने वाली बाधाओं को दूर करेंगे. मुख्यमंत्री ने तीन अन्य स्मार्ट सिटी बिहारशरीफ, मुजफरपुर और भागलपुर की योजनाओं के काम में तेजी लाने का निर्देश भी अधिकारियों को दिया.