जनजीवन ब्यूरो / चंडीगढ़ । मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बुधवार को इस बात से इनकार किया कि पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में सेंध लगी है। उनका बयान तब आया है जब एमएचए ने पीएम मोदी की पंजाब रैली रद्द होने के बाद राज्य को जिम्मेदारी तय करने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि बठिंडा से फिरोजपुर तक सड़क मार्ग से यात्रा करना पीएम का अंतिम समय का फैसला था। चन्नी ने कहा, ‘शुरुआत में उन्हें हवाई यात्रा करनी थी, लेकिन यात्रा की योजना आखिरी समय पर बदल दी गई।’ चन्नी ने कहा कि भाजपा राजनीतिक कारणों से पंजाब सरकार पर आरोप लगा रही है। उल्लेखनीय है कि बठिंडा से हवाई मार्ग से जानी का कार्यक्रम था मगर आखिरी समय पर सड़क मार्ग से जाने का फैसला किया गया।
सीएम चन्नी ने कहा है कि पीएम की सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई है, वो खुद देर रात तक पीएम के दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखे हुए थे। सीएम चन्नी ने एक पंजाबी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा है कि पीएम के रोड शो का प्लान अंतिम समय में ही बना था, उनकी रैली के लिए 70 हजार कुर्सियों का इंतजाम किया गया था, लेकिन सिर्फ 700 लोग ही वहां पहुंचे।
हुसैनीवाला में रोका गया पीएम का काफिला
आपको बता दें कि पीएम मोदी की आज फिरोजपुर में रैली थी, लेकिन खराब मौसम और प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक का हवाला देते हुए गृहमंत्रालय ने पीएम की रैली को रद्द कर दिया। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले को हुसैनीवाला में राष्ट्रीय स्मारक स्थल से लगभग 30 किलोमीटर एक फ्लाईओवर पर 15-20 मिनट के लिए रोके रखा था। बताया जा रहा है कि फ्लाईओवर पर कुछ प्रदर्शनकारियों ने पीएम के रूट में बाधा डालने की कोशिश की थी, जिसकी वजह से सुरक्षा कारणों की वजह से पीएम के काफिले को फ्लाईओवर पर ही रोके रखा था। गृह मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ये पीएम की सुरक्षा में एक बड़ी चूक है।
बीजेपी ने मांगा चन्नी का इस्तीफा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली रद्द होने पर अब जमकर सियासत शुरू हो गई है। बीजेपी ने इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का तुरंत इस्तीफा मांगा है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार ने पीएम के कार्यक्रम को रद्द कराने का हर हथकंडा आजमाया है, पीएम की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया गया है।