जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा होने के चौथे ही दिन मंगलवार को राज्य सरकार के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। मौर्य ने अपना त्यागपत्र राज्यपाल को भेजा। उन्होंने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। सूत्रों के अनुसार वह काफी समय से समाजवादी पार्टी के संपर्क में थे। वहीं तिलहर से भाजपा विधायक रोशन लाल शर्मा ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
मंगलवार को त्यागपत्र देने के बाद मौर्य के साथ सपा प्रमुख और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी तस्वी र ट्विटर पर साझा की तथा उनका स्वा गत किया। स्वा मी प्रसाद मौर्य के त्यागपत्र की प्रति सोशल मीडिया पर मंगलवार दोपहर बाद तेजी से वायरल होने लगी। मौर्य ने राज्यपाल को संबोधित अपने त्यागपत्र में लिखा है, ‘‘मुख्य मंत्री योगी आदित्यरनाथ जी के मंत्रिमंडल में श्रम, सेवायोजन एवं समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है, किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों के प्रति घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं।” मौर्य के त्यागपत्र के बाद अखिलेश यादव ने मंगलवार को ट्वीट किया, ”सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता श्री स्वामी प्रसाद मौर्य जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! सामाजिक न्याय का इंकलाब होगा- बाइस में बदलाव होगा।”
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव से पहले स्वासमी प्रसाद मौर्य ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का विधायक दल का नेता रहते हुए अचानक त्यासगपत्र देकर भाजपा का दामन थाम लिया था। मौर्य को भाजपा ने पिछड़ों के प्रमुख नेता के रूप में आगे किया था और मंगलवार को उनके इस कदम से भाजपा के खेमे में खलबली मच गई।
योगी सरकार के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद आज मौर्य समर्थक भाजपा विधायक ब्रजेश प्रजापति ने भी इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य के तुरंत बाद तिलहर से भाजपा विधायक रोशन लाल शर्मा ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।