जनजीवन ब्यूरो / जालंधर । पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की पहली ,ची जारी होते ही पार्टी के अंदर विद्रोह की आवाज भी बुलंद होने लगी है। पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के भाई को कांग्रेस ने टिकट नहीं देने का फैसला किया है। दरअसल, सीएम चन्नी अपने भाई डॉक्टर मनोहर सिंह को चुनाव लड़ाना चाहते थे। इसके लिए मनोहर सिंह ने पहले ही वीआरएस भी ले लिया था। बताया जा रहा है कि कांग्रेस की तरफ से जारी की गई उम्मीदवारों की पहली लिस्ट से पंजाब के मनसा, मोगा, मलोट और बस्सी पठाना सहित कई विधानसभा क्षेत्र के नेताओं में नाराजगी है। सूत्रों के मुताबिक पंजाब के कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू सीएम चन्नी के भाई मनोहर सिंह को टिकट नहीं दिये जाने के पक्ष में थे।
उन्होंने मनोहर सिंह की जगह पार्टी के मौजूदा विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी की उम्मीदवारी का समर्थन किया था। अब बताया जा रहा है कि सीएम चन्नी के भाई मनोहर सिंह अब निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि शनिवार को कांग्रेस के तरफ से पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए 86 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की गई थी। सीएम चरणजीत सिंह चन्नी चमकौर साहिब से चुनाव लड़ेंगे।
जबकि नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर से चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा डेरा बाबा नानक सीट से चुनाव लड़ेंगे। वहीं सोनू सूद की बहल मालविका सूद मोगा से कांग्रेस की प्रत्याशी होंगी। पंजाब में एक चरण में वोटिंग होगी।
राज्य के सभी 117 सीटों पर 14 फरवरी को मतदान होगा. वहीं वोटों की गिनती 10 मार्च को की जाएगी। पंजाब में चुनाव के लिए नोटिफिकेशन 21 जनवरी को जारी होगा। 28 जनवरी तक नामांकन कर सकेंगे, 29 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 31 जनवरी तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। 10 मार्च को चुनाव के नतीजे आएंगे।