जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी के घर प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी से राजनीतिक सरगरमी दिल्ली तक बढ़ गई है। कांग्रेस ने कहा है कि इस तरह की कार्रवाई डराने के लिए की जा रही है। विधानसभा चुनाव से पहले हुई इस कार्रवाई ने सत्तारूढ़ कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सीएम चरणजीत चन्नी ने कहा कि, “इस तरह (रिश्तेदार के घर पर) छापेमारी मुझे निशाना बनाने के लिए की जा रही है। ताकि आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर मुझ पर दबाव बनाया जा सके। मगर मैं कह देना चाहता हूंकि, हम तैयार हैं। हम लड़ेंगे।”
पंजाब के सीएम चरणजीत चन्नी ने कहा, “वे जो मुझे निशाना बना रहे हैं और इसके लिए जो छापेमारी की जा रही है..यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। पहले भी एक चुनाव (पश्चिम बंगाल) के दौरान यह हुआ था। और फिर इसी तरह आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर मुझ पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं।”
बताया जा रहा है कि, आज प्रवर्तन निदेशालय ने राज्य में विधानसभा चुनाव से महज एक महीने पहले अवैध रेत खनन कंपनियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत पंजाब में कई स्थानों पर छापेमारी की है। इस मामले में भतीजे भूपिंदर सिंह हनी के मोहाली स्थित आवास पर भी छापेमारी की गई। मंगलवार को यह छापेमारी सुबह से ही शुरू कर दी गई थी।
यह भी बताया जा रहा है कि, पंजाब में 10 से 12 जगहों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने छापेमारी की। एक रिपोर्ट में कहा गया कि, धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत एजेंसी ने ये कार्रवाई की है।
मालूम हो कि, पंजाब में 20 फरवरी से विधानसभा चुनाव शुरू होने वाले हैं और 10 मार्च को चार अन्य राज्यों के साथ पंजाब के परिणाम घोषित किए जाएंगे। चुनाव को लेकर तैयारियों में व्यक्त कांग्रेस नेता और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर पर हुए इस ऐक्शन का असर उनकी छवि पर पड़ सकता है।