जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली ।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृढ़ संकल्प और राज्यों के सहयोग से जलशक्ति मंत्रालय की तरफ से शुरू जल जीवन मिशन—हर घर जल योजना के तहत मंगलवार को गुजरात के तीन जिलों ने एकसाथ हर घर जल जिला बनने की महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इसके साथ ही देशभर में हर घर जल योजना को लागू करने वाले जिलों की सेंचुरी लगने वाली है। पंजाब के 14 और गुजरात के 10 जिलों को मिलाकर देश के विभिन्न राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के 95 जिले, हर घर जल जिला बन गए हैं। खास बात यह है कि जनवरी, 2022 के शुरुआती 25 दिन में ही पंजाब के 8 और गुजरात के 4 जिलों, यानी 12 नए जिलों ने हर घर जल जिला बनने की महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इसके साथ ही देशभर के 46 फीसदी ग्रामीण घरों नल से जल मिलने लगा है।
जल जीवन मिशन की घोषणा के समय 15 अगस्त, 2019 में देश के 17 फीसदी से भी कम परिवारों यानी 3 करोड़ 24 लाख से भी कम परिवारों को उनके घर में पीने का शुद्ध पेयजल मिल रहा था। लेकिन महज 29 महीने के कालखंड में अब करीब 8 करोड़, 46 लाख घरों में नल से जल मिलने लगा है। इस मिशन के बढ़ाए गए बजट और रेगुलर मॉनिटरिंग के बीच देशभर के 95 जिले हर घर जल जिला बन गए हैं। गुजरात के मोरबी, भरूच और कच्छ, पंजाब के पटियाला, हिमाचल के चंबा, बिहार के अरवल, कैमूर, गया, गोपालगंज, रोहताश, मुंगेर और मधेपुरा सहित एक दर्जन जिलों ने 99 फीसदी से अधिक घरों में नल कनेक्शन का काम पूरा कर लिया है। इसके साथ ही देश के 1100 ब्लॉक हर घर जल ब्लॉक और 1 लाख 31 हजार 847 गांव, हर घर जल गांव बन गए हैं।
जल जीवन मिशन—हर घर जल की प्राथमिकता का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि गणतंत्र दिवस परेड में 26 जनवरी 2022 को जलशक्ति मंत्रालय की जो झांकी राजपथ पर शामिल हो रही है, उसमें प्रधानमंत्री के जल ही धन और जल ही जीवन की सोच पर आधारित हर ग्रामीण घर में 2024 तक नल से जल पहुंचाने वाले मिशन को पेश किया गया है।
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गुजरात के तीनों जिलों, डांग, जूनागढ़ और गिर सोमनाथ को हर घर जल जिला बनने की उपलब्धि हासिल करने पर बधाई दी है। जल जीवन मिशन से आज जनता लाभान्वित हो रही है। हर घर जल जिला बनने या हर घर को नल से जल, न केवल हमारी माताओं और बेटियों के लिए जीवन को आसान बनाने में मदद करेगा बल्कि पूरे परिवार के बेहतर स्वास्थ्य और खुशहाली की गारंटी भी देगा। शेखावत ने कहा है कि हर नल कनेक्शन से हम अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को साकार करने के साथ ही एक मजबूत और स्वस्थ भारत का निर्माण कर रहे हैं।
गुजरात के डांग, जूनागढ़ और गिर सोमनाथ के अलावा पाटण जिला ने भी जनवरी, 2022 में ही हर घर जल जिला बनने की उपलब्धि हासिल की है। इससे पहले आणंद, बोटाद, गांधी नगर, महेसाणा, पोरबंदर और वडोदरा हर घर जल जिला बन चुके हैं। मसलन इन 10 जिलों के सभी 23 लाख 85 हजार 268 घरों के साथ राज्य के 83 लाख 21 हजार घरों में नल से जल मिलने लगा है। जो प्रदेश के कुल 91 लाख 77 हजार घरों का करीब 91 फीसदी है। मिशन की घोषणा के समय गुजरात के 65 लाख 16 हजार घरों में ही पीने का पानी उपलब्ध था। यानी इस 29 महीने के कालखंड में 18 लाख 5 हजार से ज्यादा नए कनेक्शन दिए गए।
*पंजाब के 14 जिलों ने हासिल की हर घर जल जिला की उपलब्धि*
केंद्र सरकार की राज्यों के सहयोग वाले जल जीवन मिशन—हर घर जल योजना में पंजाब के 14 जिलों ने हर घर जल जिला की उपलब्धि हासिल कर ली है। वर्ष 2022 के पहले महीने के शुरुआती 25 दिन में 8 नए जिले ने यह उपलब्धि हासिल की है।
अब 22 जिलों में से 14 जिलों के हर ग्रामीण घर में नल से जल मिलने लगा है। यहां के 11 हजार 175 गांव में किसी भी परिवार को पीने का पानी लेने के लिए घर से बाहर नहीं जाना पड़ता है। पंजाब के हर ग्रामीण घर में नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य 2022 में ही पूरा किया जाना है। मिशन की शुरुआत के समय राज्य के 16 लाख 78 हजार घरों में ही पीने का पानी उपलब्ध था। जो अब पंजाब में 34 लाख 40 हजार ग्रामीण परिवारों में से 33 लाख 90 हजार घरों यानी ऊ98.57 फीसदी तक पहुंच गया है।