अमलेंदु भूषण खां / मुरादनगर । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में चढ़ रहे सियासी तापमान के बीच मतदाताओं से जनसंवाद करने गाजियाबाद जिले के मुरादनगर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को एक बार फिर समाजवादी पार्टी पर हमला बोला। सपा मुखिया अखिलेश यादव पर गुंडों और माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुंडे सपा की साइकिल के सहारे माननीय बनने का सपना देख रहे हैं, लेकिन हम उसे पूरा नहीं होने देंगे। उत्तर प्रदेश में दस मार्च के बाद भी कानून का राज कायम रहेगा। हम गुंडों की हालत ऐसी कर देंगे कि वे थाने, चौकियों के बाहर रहम की भीख मांगेंगे। गुंडे कहेंगे कि हमें बख्श दो, हम किसी चौराहे पर सब्जी की ठेल लगा लेंगे, लेकिन गुंडई नहीं करेंगे।
उनकी टोपियां निर्दोषों के खून से सनी हैं
मुजफ्फरनगर, कैराना, बुलंदशहर और मुरादाबाद में सपा सरकार में हुए दंगों का जिक्र करते मुख्यमंत्री ने कहा कि मुजफ्फर नगर के युवक सचिन और गौरव ने अपनी बहन की इज्जत बचाने के लिए दंगाइयों का विरोध किया तो उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। पुलिस ने आरोपितों को पकड़ा तो लखनऊ में बैठे उनके आकाओं ने एक फोन पर उन्हें छुड़वा दिया। 2017 से पहले सपा सरकार में हर तीसरे दिन दंगा होता था। भाजपा सरकार आने के बाद यह गुंडे पांच साल तक बिलों में बैठे रहे, अब निर्दोषों के खून से सनी लाल टोपी पहनकर आ गए हैं। इनके मंसूबे हम कामयाब नहीं होने देंगे। मुरादनगर के पूर्व विधायक बहाब चौधरी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि धोखे से एक गुंडा यहां का विधायक बन गया था। हमने उसे जेल भेज दिया, अब उसका नाम लेने वाला कोई नहीं है।
*सपा गठबंधन को वोट यानी मुजफ्फरनगर दंगे में मारे गए बेगुनाहों का अपमान: सीएम योगी*
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि समाजवादी पार्टी की लाल टोपी मुजफ्फरनगर दंगों में मारे गए हिंदुओं और अयोध्या में रामभक्तों के खून से रंगी हुई है। सपा गठबंधन को वोट देने का मतलब मुजफ्फरनगर दंगों में मारे गए बेगुनाहों का अपमान है। यह लोग न बेटियों को सुरक्षा दे सकते हैं न किसान को मान। शनिवार को बागपत में जनता से सीधा संवाद करते हुए सीएम योगी ने कहा कि सपा के राज में विकास के नाम पर केवल कब्रिस्तानों की चहारदीवारें ही बनीं। एयरपोर्ट, हाइवे, मेडिकल कॉलेज और गरीबों के घर बनाना अभी इनका एजेंडा रहा ही नहीं। माफियाओं, आतंकियों को शरण देना, उनसे गरीबों का पैसा लुटवाना, यूपी में दंगे करवाना सपा का काम रहा है। इस बार भी इन लोगों ने गुंडों-अपराधियों और तालिबानी मानसिकता वालों को अपना प्रत्याशी बनाया है। इनका कैराना का प्रत्याशी तो धमकी देता है, लगता है इनकी गर्मी अभी गई नहीं है।
बड़ौत में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में जनसमर्थन की अपील करते हुए योगी ने कहा कि 2012 से 2017 के काल में समाजवादियों ने जो किया, उसे कोई स्वाभिमानी भूल नहीं सकता है और भूलना भी नहीं चाहिए। यह उत्तर प्रदेश के लिए अंधकार का समय था। बागपत में आयोजित दो अलग-अलग प्रभावी मतदाता संवाद कार्यक्रमों में सीएम योगी ने सपा, बसपा और कांग्रेस की पिछली सरकारों को उत्तर प्रदेश की बदहाली का जिम्मेदार बताया तो वर्तमान भाजपा सरकार के काम भी गिनाए। लोगों से सीधा संवाद करते हुए उन्होंने कहा ‘कौन भूल सकता है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की स्थिति क्या थी। लोग घरों से पलायन कर रहे थे, बहन बेटियों की सुरक्षा खतरे में थी, वो स्कूल नहीं जा पाती थीं और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव कहते हैं कि “लड़कों से गलती हो जाती है”। यह इनका सुरक्षा का मॉडल है। आज किसी की मजाल है कि कोई बहन-बेटियों को नजर उठा कर भी देख ले।
*”तब कांवड़ यात्रा पर होते थे हमले, अब तो कहना ही क्या!”*
छपरौली में जनता से संवाद करते हुए सीएम ने कहा कि समाजवादी पार्टी तमंचों की फैक्ट्री लगवाती थी, हम प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर बनवा रहे हैं। अब यहां की बनी तोप पाकिस्तान की छाती पर मूंग दलेगी। स्थानीय पूरा महादेव के पवित्र धाम को नमन करते हुए योगी ने कांवड़ यात्रा का भी जिक्र किया। कहा कि सपा का राज था तो कांवरियों पर हमले होते थे, भाजपा सरकार आई तो कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मन रही है और कावड़ यात्रा के पर तो हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा होती है। सपा के मुफ्त बिजली जैसे चुनावी घोषणाओं पर कटाक्ष करते हुए योगी ने कहा कि इनके राज में बिजली ही नहीं आती थी, मुफ्त क्या देंगे। हमने तो 24 घंटे बिजली भी दी और अब तो किसानों का बिजली रेट आधा कर दिया है। आज किसी की हिम्मत नहीं कि कोई किसानों के पम्प सेट तक को चोरी कर ले। आज विकास की बात करने वाले यह लोग तब कहां चले गए थे जब लोग मारे जा रहे थे, पलायन पर मजबूर किया जा रहा था।
*चिमटा से पकड़कर जैसे कोयला हटाते हैं वैसे ही दूर रहें सपा बसपा से: योगी*
अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को टिकट देने पर सपा, बसपा को आड़े हाथों लेते हुए योगी ने कहा कि आज हाल यह है कि बुआ और भतीजे में इस बात की प्रतिस्पर्धा चल रही है कि कौन कितने बड़े अपराधी को टिकट देता है। यह लोग अपराधियों और माफियाओं के सहारे सत्ता में आना चाहते हैं ताकि वो फिर से तमंचे की खेती कर सकें। लेकिन तमंचे की खेती करने वालों पर बुलडोजर चलता रहेगा। सीएम ने भाजपा सरकार के डबल इंजन की सरकार के जनहितैषी कामों का उल्लेख करते हुए कहा कि काम करने के लिए दम चाहिए, जो लोग माफियाओं और अपराधियों के सामने घिघियाते थे, ऐसे लोग सत्ता संचालन नहीं कर सकते, सिर्फ परिवार का ही ख्याल रख सकते है। जैसे चिमटे से पकड़कर कोयले को दूर किया जाता है, ऐसे ही इन्हें भी करना होगा। क्योंकि कोयला गरम रहा तो हाथ जलाएगा और ठंडा रहा तो हाथ मे कालिख लगाएगा। पारदर्शी नियुक्ति प्रक्रिया की चर्चा करते हुए सीएम ने कहा कि जब प्रदेश में कभी कोई सरकारी भर्ती निकलती थी तो सैफई खानदान पैसे लेकर भर्ती कराता था। तब प्रदेश का नौजवान भर्ती नहीं हो पाता था। आज बिना भेदभाव और बिना पैसों के नौकरी मिल रही है। उन्होंने कहा कि पांच साल पहले तक पहले पश्चिम यूपी से व्यापारियों और नौजवानों का पलायन होता था, आज युवाओं को रोजगार मिल रहा है, व्यापारी सुरक्षित हैं और घर वापसी कर रहे हैं।
*बड़ौत में बोले योगी, गरीबों के पेंशन को समाजवादी नाम दिया, भला पेंशन सपाई या कांग्रेसी कैसे?*
बड़ौत की सभा में पूर्ववर्ती सपा सरकार की नीति और नीयत पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि 2017 से पहले जब सपा की सरकार ने सबसे पहला फैसला अयोध्या में रामजन्म भूमि पर आतंकी हमले के आरोपी आतंकियों के मुकदमे वापस लिए थे। हमने सरकार बनते ही किसानों का कर्ज माफ किया। सवालिया अंदाज में कटाक्ष करते हुए उन्होंने जनता से पूछा कि सपा सरकार ने तो गरीबों, असहायों के पेंशन का नाम भी समाजवादी कर दिया। भला पेंशन भी सपाई या कांग्रेसी हो सकती है क्या? वहीं वर्तमान भाजपा सरकार ने न केवल वृद्धावस्था निराश्रित महिलाओं के पेंशन को दोगुना करने का काम किया। सीएम ने कहा कि अब समझ आ रहा है कि पहले विकास का पैसा कहा चला जाता था। उनके इत्र वाले मित्र के घर जब जेसीबी से दीवार तोड़ी गई तो वही पैसा वहां से निकला। योगी ने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस की संवेदना अपराधियों-माफियाओं के प्रति है, जबकि बीजेपी सरकार की संवेदना किसान, जवान और बेटियों की उन्नति के लिए है। यूपी के लिए बेहतर कौन है, जनता तय कर चुकी है। जनता को तुष्टिकरण की राजनीति से सावधान रहने के लिए जागरूक करते हुए सीएम योगी ने कहा अगर चाहते हैं कि प्रदेश में अराजकता न हो, थाने माफिया-अपराधियों के शिकंजे में रहे, तुष्टिकरण की राजनीति बंद हो। बिना भेदभाव हर तबके का विकास हो सके तो आपको फिर से वही सरकार बनानी है।
तब कांवड़ यात्रा रोकी थी, कोरोना पर सहयोग नहीं किया
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव सत्ता में थे तो उन्होंने कांवड़ यात्रा रोक दी थी। हमने पूछा तो कहा कि, संवेदनशील क्षेत्रों से जाती है। सुरक्षा का मामला है। अब भाजपा सरकार में कांवड़ यात्रा भी निकलती है और माहौल भी खराब नहीं होता। हमने अधिकारियों से कह दिया है कि सड़क से यात्रा निकालो और आसमान से हेलीकाप्टर से निगरानी करो। जो गड़बड़ी करे उसे जेल भेज दो। अखिलेश यादव सत्ता में रहकर काम नहीं कर पाए और विपक्ष में रहकर सहयोग नहीं करते। कोरोना महामारी पर लखनऊ में सर्वदलीय बैठक बुलाई तो अखिलेश ने उसका बहिष्कार कर दिया। आज चुनाव आने पर झूठ बोलकर सहानुभूति दिखा रहे हैं। सपा, बसपा के कार्यकाल में कोरोना आता तो हालात बदतर होते।
परिवारवादी पार्टियों ने अपना विकास किया
अखिलेश यादव के 300 यूनिट बिजली के वादे पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि जनता ने सपा को तीन बार, बसपा को चार बार और कांग्रेस को 55 साल तक सरकार चलाने का मौका दिया। सपा में चाचा- भतीजा, बसपा में बुआ भतीजा, और कांग्रेस में भाई- बहन ने अपना विकास किया। जनता की इनमें से किसी को सुध नहीं आई। जिनके कार्यकाल में बिजली के तार नहीं थे, वे मुफ्त में बिजली देने की बात कर रहे हैं। जनता की ओर इशारा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आपके पास सपा, बसपा और कांग्रेस के लोग वोट मांगने आएं तो उनसे पूछिए कि दिल्ली उत्तर प्रदेश के बीच 12 लेन के हाइवे पिछली सरकारों ने क्यों नहीं बनवाए। हमने डीएमई बनवाया है जो दिल्ली से मेरठ का सफर आसान करता है। गंगा एक्सप्रेस वे तीन साल में बनकर तैयार होगा। पहले प्रयागराज जाने में 16-17 घंटे लगते थे। अब सुबह घर से निकलिए छह घंटे में संगम में स्नान करें और शाम को वापस घर आ जाइए। बागपत के सांसद सत्यपाल का नाम लेते हुए कहा कि यह मुंबई से आए हैं। हमने कहा कि फिल्मों का शौक रखते हैं तो मुंबई जाने की जरूरत नहीं। गाजियाबाद के पास ही फिल्मसिटी बनवा दी है।
गरीबों के मकान भूल गए अखिलेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने अखिलेश से पूछा था कि कितने गरीबों के मकान बनवाये, बोले हम भूल गए थे। अरे माफियाओं के मकान बनवाना अखिलेश क्यों नहीं भूले। हमने 46 लाख लोगों को मकान दिए। कोरोना काल में सरकार के प्रबंधन का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सबको बूस्टर का डबल डोज दिया है। तीसरी लहर अभी गई नहीं है, चुनाव आयोग की गाइड लाइन के अनुसार ही चुनाव लड़ना है। कार्यकर्ता अपने स्मार्टफोन का इस्तेमाल करें और मोदी- योगी बनकर पार्टी प्रत्याशियों के लिए समर्थन मांगें।