आलोक रंजन / बुलंदशहर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिकंदराबाद और मथुरा के छाता में आयोजित जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान सीएम योगी के निशाने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद प्रमुख जयंत चौधरी की जोड़ी रही। सीएम योगी ने कहा कि 2013 में जब मुजफ्फरनगर का दंगा हुआ था तब लखनऊ वाला लड़का सत्ता में था और हत्या करवा रहा था। तब दिल्ली वाला लड़का कहता था कि दंगाईयों के खिलाफ ज्यादा कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। ये लोग नए कवर के साथ फिर से आ गए हैं, माल वही है लेकिन लिफाफा नया है।
‘इस जोड़ी की तरह 2017 और 2014 में भी ऐसी ही जोड़ी आई थी’
सीएम योगी ने कहा, ”2 लड़कों (अखिलेश-जयंत) की इस जोड़ी की तरह 2017 और 2014 में भी ऐसी ही जोड़ी आई थी। लोगों ने लखनऊ, दिल्ली के इन लड़कों को दिखाया कि ये लायक नहीं हैं। मुजफ्फरनगर दंगों में लखनऊ का लड़का (अखिलेश) हत्या करवा रहा था, जबकि दिल्ली का लड़का (राहुल गांधी) ने दंगाइयों का समर्थन किया।”
इनका काम ‘समाजवादी’, काम ‘दंगावादी’ है: सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा, ”इनका नाम समाजवादी है लेकिन इनका काम ‘दंगावादी’ और इनकी सोच ‘परिवारवादी’ है।” सीएम ने दावा करते हुए कहा, हमने 1.5 लाख लोगों को पुलिस में नौकरी दी है और कुल मिलाकर हमने 5 लाख से अधिक लोगों को रोजगार दिया है। आज हमारी सरकार में महिलाएं और बेटियां सुरक्षित महसूस करती हैं। सीएम योगी ने मथुरा में कहा कि पेंशन, राशन, मकान, शौचालय, सड़कों और चीनी मिलों का निर्माण, तीर्थों का विकास का पैसा पहले कहां जाता था। पहले ये सब पैसा इत्र वाले मित्र के घर में चला जाता था। इन पैसों को उन्होंने मोटी-मोटी दीवारें बनाकर रख दिया था।