जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। बिहार चुनाव के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अपनी जड़ें मजबूत करने में जुटा हुआ है। जुलाई से सितंबर के दौरान आरएसएस का सदस्य बनने के लिए ऑनलाइन आवेदन में 35 फीसदी का इजाफा हुआ है।
वर्ष 2014 में भी संघ को स्वीकार करने वालों की संख्या में अच्छी-खासी बढ़ोतरी हुई थी। एक अनुमान में 40 से कम उम्र के लगभग 6 लाख लोग संघ में शामिल हुए थे।
सूत्रों के अनुसार संघ की भर्ती में लगातार तेजी से इजाफा होता जा रहा है। वर्ष 2013 में लगभग 5 लाख लोगों ने आवेदन किए थे।
संघ से जुड़े एक कार्यकर्ता का तर्क है कि लोगों का संघ की तरफ झुकाव केवल चुनाव की ही वजह से नहीं है। इस साल जनवरी से जून के बीच हर माह लगभग 5,300 ऑनलाइन आवेदन आए थे।
बिहार में वर्ष 2014 के पहले छह माह के दौरान एक माह में औसतन 280 आवेदन आए थे लेकिन जुलाई-सितंबर की अवधि में यह संख्या क्रमश: 353, 423 और 727 रही। राष्ट्रीय स्तर पर यह संख्या क्रमश: हर माह 6,083, 6,555 और 8,808 रही है।
आरएसएस प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य कहते हैं कि युवकों के झुकाव की वजह यह है कि वे तथाकथित धर्मनिरपेक्ष नेताओं की सांप्रदायिक राजनीति से आजिज आ चुके हैं।