जनजीवन ब्यूरो
मुंबई । सामाजिक आंदोलन नेता अन्ना हजारे ने कहा है कि आरक्षण देश के लिए खतरा बन सकता है। आजादी के बाद इसे कुछ समय के लिए लागू किया गया था लेकिन राजनीतिक दल अपने स्वार्थ के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और पटेल आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल इसे समाप्त करने के लिए पहले ही वकालत कर चुके हैं।
अन्नी हजारे ने कहा कि आरक्षण को कुछ समय के लिे देश में लागू किया गया था लेकिन अब यह देश की आजादी के लिए खतरा बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब यह सरकारी नौकरी के लिए कम, राजनीतिक फायदे के लिए ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है।
अन्ना ने ईवीएम मशीन और बैलेट पेपर से चुनाव चिन्ह हटाने की वकालत की है ताकि चुनाव प्रक्रिया में सुधार लाया जा सके।
अन्ना ने कहा कि वह चुनाव आयोग से इसकी मांग की है, क्योंकि यह संवैधानिक व्यवस्था का पालन नहीं करता हैा उन्होंने कहा कि वह सिकर के समय में ही इस मामले को उठा चुके हैं।
अन्ना ने कहा कि उसकी लड़ाई सरकार से नहीं चुनाव आयोग से है। कांग्रेस और भाजपा दोंनो को दोषी ठहराते हुए अन्ना ने कहा कि दोनो दल भ्रष्टाचार में शामिल हैं। भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले इस मामले को भुनाई लेकिन सत्ता में ाते ही वह इस मामले पर कुछ नहीं कर सकी। अन्ना ने कहा कि 50 फीसदी भ्रष्टाचार लोकपाल आने से ही कम हो जाएगा।