जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आपातकाल के दौरान जेल गए राजनीतिज्ञों और अन्य लोगों को लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर कल सम्मानित करेंगे। मोदी का यह कदम कांग्रेस के साथ गठबंधन करने पर जदयू और राजद को शर्मिंदगी की स्थिति में लाने की कोशिश है।
केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘वरिष्ठ पार्टी नेता लालकृष्ण आडवाणी और पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल भी इस सम्मान कार्यक्रम ‘लोकतंत्र के प्रहरी’ में हिस्सा लेंगे जिसमें प्रधानमंत्री उन लोगों को सम्मानित करेंगे जिन्होंने आपातकाल के खिलाफ संघर्ष किया और 1975..1976 में जेल गए।’’ नायडू ने आपातकाल को भारतीय लोकतंत्र का ‘‘काला’’ काल करार दिया और कहा कि लोकतंत्र और देश के हित में नयी पीढ़ी को उसके बारे में शिक्षित और अवगत कराने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का काला काल था और नयी पीढ़ी को यह जानना चाहिए कि यह क्या है, इसे क्यों लगाया गया, कैसे लगाया गया, उसके प्रभाव और दुष्प्रभाव क्या थे और लोगों ने उसे लगाने वालों को सबक कैसे सिखाया।’’ भाजपा राज्य की राजधानियों और जिलों सहित पूरे देश में कार्यक्रम आयोजित करेगी। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह जयप्रकाश नारायण के जन्मस्थल सिताब दियारा में आयोजित जयंती कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
सूत्रों ने बताया कि इस मौके पर सम्मानित होने वाले 16 लोगों में चार वर्तमान राज्यपाल और भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी शामिल हैं।
नायडू ने जदयू से बिहार चुनाव के लिए उस कांग्रेस से हाथ मिलाने को लेकर सवाल किया जिसने ‘‘आपातकाल लगाया, लाखों लोगों को जेल भेजा और यहां तक कि जेपी पर हमला किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जदयू के नेता ऐसी पार्टी :कांग्रेस: से समझौता कर रहे हैं और साथ बैठ रहे हैं..क्या यह उचित है? जिस तरीके से जदयू के लोग बात कर रहे हैं यह उनकी गहरी हताशा का परिचायक है।’’