जनजीवन ब्यूरो / हरदोई : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हरदोई के शाहबाद विधानसभा में एक रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव पर जमकर बरसे। योगी ने सपा पर हमला करते हुए कि इनलोगों को समर्थन देने का मतलब आतंकवाद और माफिया को समर्थन देने जैसा है।
हरदोई में जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा, “मैं पूछना चाहता हूं कि क्या हमें उस साइकिल का समर्थन करना चाहिए, जिसका इस्तेमाल निर्दोष लोगों को आतंकी घटनाओं का शिकार बनाने के लिए किया जाता है। साइकिल हमेशा के लिए पंक्चर हो जानी चाहिए। वे नाम से ‘समाजवादी’, विचार से ‘परिवारवादी’ और पेशे से ‘दंगावादी’ हैं।
सपा पर हमला करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, “अहमदाबाद बम धमाकों के मामले में गुजरात की एक अदालत ने 38 लोगों को दोषी करार दिया है। इनमें से 8 लोगों का संबंध आजमगढ़ से है। इन 8 दोषियों में से एक दोषी के पिता समाजवादी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता हैं। सपा प्रमुख को सफाई देनी चाहिए और जनता के सामने माफी मांगनी चाहिए।”
उन्होंने कहा कि सपा की सरकार के समय पार्टी ने अयोध्या राम जन्मभूमि और काशी में संकट मोचन मंदिर पर आतंकी हमला करने वाले, गोरखपुर और बिजनौर में सीरियल विस्फोट करने वाले के मुकदमों को वापस लेने का फैसला किया था। हम धन्यवाद करना चाहते हैं कि उस समय कोर्ट ने आतंकियों को छोड़ा नहीं।
उन्होंने आगे कहा कि पहले बिजली की भी जाती और मजहब होती थी। ईद और मोहर्रम होता था तो बिजली आएगी और होली-दिवाली पर नहीं आएगी। आज ऐसा भेदभाव नहीं है। आज चाहे होली-दिवाली हो या ईद-मोहर्रम या क्रिसमस या शिवरात्री सबको बिजली देना का कार्य डबल इंजन की सरकार ने किया है।
सीएम योगी के मुताबिक जब से उनकी सरकार आई है, तब से अपराधी खौफ खाते हैं। इस चुनाव में सपा के समर्थन का मतलब आतंकवाद और माफिया को समर्थन देने जैसा है। सपा सुप्रीमो को नाक रगड़कर जनता से माफी मांगनी चाहिए। हाल ही में गुजरात के एक कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि अहमदाबाद ब्लास्ट मामले में 38 आतंकियों को फांसी हुई है। इसमें से 8 आजमगढ़ के रहने वाले हैं। इस बयान में सीएम योगी का इशारा अखिलेश की ओर था, क्योंकि आजमगढ़ सपा का गढ़ है और वहां से अखिलेश ही मौजूदा सांसद हैं।
योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि डबल इंजन की बीजेपी सरकार प्रदेश में शैक्षिक विस्तार हेतु प्रतिबद्ध है। हमने लखनऊ में डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में वास्तु कला संकाय की सौगात देकर इसी प्रतिबद्धता को और सशक्त किया है। शिक्षा के प्रकाश से आलोकित नए उत्तर प्रदेश की ये नई तस्वीर है। मूलभूत सुविधाओं पर सीएम ने कहा कि जब अखिलेश यादव की सरकार थी तो बिजली मजहबी होती थी। अगर ईद और मोहर्रम होता था, तो बिजली आती थी, लेकिन होली-दिवाली पर बिजली गायब रहती थी। अब जनता के साथ कोई भेदभाव नहीं है। किसी भी धर्म का त्योहार हो बिजली पूरी तरह से आएगी।