जनजीवन ब्यूरो / मुंबई । रूस के यूक्रेन पर सैन्य हमले के बाद वैश्विक बाजारों में भारी बिकवाली के बीच घरेलू शेयर बाजारों में बड़ी गिरावट आयी और बीएसई सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 2,700 अंक से अधिक लुढ़क गया। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स कारोबार के दौरान एक समय करीब 2,850 अंक तक नीचे चला गया था। अंत में यह 2,702.15 अंक यानी 4.72 प्रतिशत का गोता लगाकर 54,529.91 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 815.30 अंक यानी 4.78 प्रतिशत टूटकर 16,247.95 अंक पर बंद हुआ। यह लगातार सातवां कारोबारी सत्र है जब दोनों मानक सूचकांक-बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी…नुकसान में रहे। सेंसेक्स के सभी 30 शेयर काफी नुकसान में रहे। इंडसइंड बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और बजाज फाइनेंस आठ प्रतिशत तक नीचे आ गये।
यूक्रेन संकट बढ़ने के बीच वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों में गिरावट रही और कच्चे तेल की कीमत पांच डॉलर प्रति बैरल बढ़ गयी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस संकट से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। यूरोप और एशिया के प्रमुख बाजारों में चार प्रतिशत तक की गिरावट रही। रूस से आपूर्ति संबंधी बाधाओं के कारण वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2014 के बाद पहली बार 100 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर पहुंच गया। जूलियस बेयर के इक्विटी रणनीतिकार लियोनार्डो पेलैन्डिनी ने कहा, ‘‘यूक्रेन पर रूसी सेना का हमला हो रहा है। मॉस्को पर गंभीर प्रतिबंधों का खतरा अब अपने उच्चस्तर पर है। इससे वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों में गिरावट आई है। बाजार धारणा प्रभावित होने से बड़े स्तर पर बिकवाली हुई..।” घरेलू शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक बिकवाल बने हुए हैं और उन्होंने बुधवार को 3,417.16 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।