जनजीवन ब्यूरो / मॉस्को : यूक्रेन युद्ध के खिलाफ रूस में भारी प्रदर्शन शुरू हो गये हैं और व्लादिमीर पुतिन को अपने ही देश में भारी विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ रहा है। राजधानी मॉस्को मे विरोध प्रदर्शन में जुटे लोग यूक्रेन के लोगों से माफी मांग रहे हैं और राष्ट्रपति पुतिन की तुलना हिटलर से कर रहे हैं।
मॉस्को में भारी प्रदर्शन
गुरुवार को जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने सैनिकों को यूक्रेन में सैन्य ऑपरेशन लांच रकने के आदेश दिया था, उसके बाद से ही रूस में भारी प्रदर्शन किए जा रहे हैं और हजारों लोग मॉस्को समेत रूस के अलग अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन के लिए उतरे हुए हैं।
कबूल नहीं है युद्ध
मास्को के राष्ट्रपति पुतिन और युद्ध के खिलाफ हजारों लोग जुटे हुए हैं, जो युद्ध के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं और रूसी सरकार से फौरन युद्ध रोकने की मांग कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारियो के हाथ में तख्तियां हैं, जिनपर ‘माफ कर दो यूक्रेन’, ‘पुतिन हिटलर है’, जैसे नारे लिखे हुए है। प्रदर्शनकारी स्थानीय समयानुसार शाम करीब 7 बजे ऐतिहासिक गोस्टिनी डावर शॉपिंग आर्केड के बाहर सेंट पीटर्सबर्ग सहित कई अन्य शहरों में भी सड़कों पर उतर आए। वहीं, प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए मौके पर भारी पुलिसबल के आने के बाद स्थिति काफी देर के लिए तनावपूर्ण भी हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक, अभी तक 1700 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
सोशल मीडिया पर भारी विरोध
1979 में अफगानिस्तान पर सोवियत आक्रमण के बाद से मास्को की सबसे आक्रामक कार्रवाइयों की निंदा करने के लिए सैकड़ों पोस्ट सोशळ मीडिया पर डाले जा रहे हैं। व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन में नागरिकों को “नरसंहार” से बचाने का बहाना बनाकर यूक्रेन के खिलाफ सैन्य ऑपरेशन शुरू किया है, जिसके बारे में अमेरिका की तरफ से बार बार कहा जा रहा था, कि रूस एक झूठा दावा करते हुए यूक्रेन पर हमला करेगा।
रूस में चल रहा हस्ताक्षर अभियान
जैसे ही यूक्रेन की राजधानी कीव में युद्ध को लेकर सायरन बजाया गया और यूक्रेन के दूसरे राज्यों में रूस के द्वारा बमबारी शुरू की गई, ठीक वैसे ही रूस में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया और रूस में लोगों ने हस्ताक्षर अभियान चलाना शुरू कर दिया। रूस में प्रदर्शनकारी खुले पत्रों और ऑनलाइन याचिकाओं पर हस्ताक्षर कर रहे हैं, जिसमें क्रेमलिन से हमले को रोकने की मांग की गई है। रूस की तरफ से दावा किया गया है कि, उसके हमले में दर्जनों यूक्रेनी मारे गये हैं और दर्जनों घायल हुए हैं।
रूसी प्रशासन की चेतावनी
वहीं, करीब 1700 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करने के बाद अब रूसी प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि, प्रदर्शनकारी फौरन अपने घर चले जाएं और उनका भीड़ भाड़ बढ़ाना रूसी शासन के खिलाफ है, बावजूद इसके सैकड़ों प्रदर्शकारी अभी भी सड़कों पर मौजूद हैं।