जनजीवन ब्यूरो / चंडीगढ़ । पंजाब में हुए मतदान के एक्ज़िट पोल का नतीजा देखने के बाद सियासी पारा चढ़ चुका है। अटकलों और संभावनाओं की सियासत शुरू हो चुकी है, सभी सियासी दल के दिग्गज नेता एक्ज़िट पोल के नतीजे के मुताबिक सियासी रणनीतियां तैयार करने में जुट गए हैं। आपको बता दें कि कई बार एक्ज़िट पोल के नतीजे चुनावी नतीजो के बिल्कुल ही विपरीत हो जाते हैं। इस बार के एक्ज़िट पोल में आम आदमी पार्टी को बढ़त दिखाई गई है, क्या आप जानते में 2017 के विधानसभा चुनाव के एक्ज़िट पोल में भी आम आदमी पार्टी को बहुमत दिखाया गया था लेकिन चुनावी नतीजे कुछ और ही रहे थे। आज हम पिछले एक्ज़िट पोल के कुछ रूझान दिखाने जा रहे हैं।
पंजाब में इस बार तो एक्ज़िट पोल आम आदमी पार्टी के फ़ेवर में है, ठीक इसी तरह पिछले विधानसभा चुनाव के एक्ज़िट पोल में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर दिखाई गई थी लेकिन चुनावी नतीजे आने के बाद आम आदमी पार्टी सत्ता से फिसल गई और कांग्रेस के सिर जीत का सेहरा सजा था। कई एक्ज़िट पोल के रूझानों में आम आदमी पार्टी को पूर्ण बहुमत दिखाया गया था। सी-वोटर ने आम आदमी पार्टी की 63 सीटों पर जीत दर्ज कर बहुमत मिलने की भविष्यवाणी की थी। वहीं एक्सिस के एक्ज़िट पोल सर्वे की बात की जाए तो उसने भी पंजाब में आम आदमी पार्टी के जीत की भविष्यवाणी की थी। इसके अलावा टुडेज चाणक्य पोल के रूझानो में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर दिखाई गई थी।
2017 में फेल हो गए थे एक्ज़िट पोल के दावे
2017 के विधानसभा चुनाव में सी-वोटर के एग्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच ज़बरदस्त मुक़ाबला होने का अनुमान लगाया गया था। सी-वोटर के आंकडे के मुताबिक आम आदमी पार्टी पहले स्थान पर थी और दूसरे स्थान पर कांग्रेस इसके साथ ही शिरोमणि अकाली दल गठबंधन (शिअद-भाजपा) को 21.4 फीसदी वोट के साथ तीसरे स्थान पर दिखाया गया था। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद सारे आंकलन ग़तल साबित हुए थे। आम आदमी पार्टी को एक्ज़िट पोल सर्वे में बहुमत मिलता हुअ दिखा था लेकिन चुनावी नतीजे के बाद कांग्रेस के सिर जीत का सेहरा सजा था और कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री बनाया गया था। हालांकि इस बार के चुनाव में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी सियासी पार्टी के साथ चुनावी बिगुल फूंका है।
AAP के लिए पंजाब में सरकार बनाना चुनौतीपूर्ण
2017 के विधानसभा चुनाव के एक्ज़िट पोल सर्वे में ज्यादातर सर्वे एजेंसियों ने आम आदमी पार्टी पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनते हुए दिखाया था। लेकिन चुनावी नतीजे ठीक इसके विपरीत थे। इस बार के विधानसभा चुनाव के एक्ज़िट पोल सर्वे में आम आदमी पार्टी पंजाब में सरकार बनाते हुए दिख रही है लेकिन चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद ही स्थिति साफ़ हो पाएगी। वहीं सियासी जानकारों की मानें तो इस बार के विधानसभा चुनाव में सियासी समीकरण बदले हुए नज़र आ रहे हैं। सियासी समीकरणों को देखते हुए यह क़यास लगाए जा रहे हैं कि एक्ज़िट पोल के नतीजे सही साबित हो सकते हैं। अगर एक्ज़िट पोल के नतीजे में थोड़ी सी भी उलटफेर हुई तो आम आदमी पार्टी के पंजाब में सत्ता पर क़ाबिज़ होना चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है।