जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में खत्म हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे कल यानी कि 10 मार्च को आएंगे। लेकिन इससे पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मतगणना को लेकर लगातार हमला बोल रहे हैं। इसी क्रम में भाजपा के शीर्ष नेताओं ने चुनाव आयोग से मुलाकात की। इस दौरान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि आज हम चुनाव आयोग से मिले हैं। यूपी में हार के डर से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव हताश हैं। कल उन्होंने जिस भाषा का इस्तेमाल किया वह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। आप (अखिलेश यादव) इस चुनाव प्रक्रिया से ही जीते हैं इसलिए आपको जनादेश स्वीकार करना चाहिए। बता दें कि अखिलेश यादव ने मंगलवार को ट्वीट कर भाजपा पर वोट चुराने का आरोप लगाया था।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और सुभास्पा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर के वाराणसी में ईवीएम से लदी गाड़ी पकड़ने के दावों के बाद सियासी पारा चढ़ गया है। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वाराणसी के पहाड़िया मंडी इलाके में एक ईवीएम स्ट्रांग रूम के बाहर धरना दिया। वहीं, वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने मामले में सफाई दी है लेकिन मतगणना से पहले ईवीएम को लेकर मचे घमासान यूपी का राजनीतिक पारा जरूर बढ़ा दिया है।
वाराणसी में जैसे ही इवीएम पकड़े जाने की बात सामने आई वहां सपा और सुभासपा के कार्यकर्ता एकत्र हो गए। हजारों कार्यकर्ता कई घंटे तक नारेबाजी करते रहे जिसके बाद डीएम कौशल राज शर्मा को खुद ही लोगों को समझाने के लिए बाहर आना पड़ा। दोनों दलों के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि शहर दक्षिणी, रोहनिया और सेवापुरी में बीजेपी हार रही है इसलिए वहां की ईवीएम मशीनों को बदला जा रहा है।
इसकी खबर लखनऊ पहुंचते ही अखिलेश यादव भी सक्रिय हो गए। आनन फानन में उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया कि ये सब मतगणना में धांधली कराने के लिए किया जा रहा है। बाद में सपा- सुभासपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचल आयोग में ज्ञापन देकर पूरे मामले में स्थिति स्पष्ट करने की मांग की।
अखिलेश ने ट्वीट कर लिखा कि वाराणसी में ईवीएम के फंसने की खबर यूपी की हर सभा को सतर्क रहने का संदेश दे रही है। मतगणना में धांधली की कोशिश को विफल करने के लिए सपा-गठबंधन के सभी प्रत्याशी और समर्थक कैमरे के साथ तैयार रहें. लोकतंत्र और भविष्य की रक्षा के लिए वोटों की गिनती में जवान बने सिपाही।
अखिलेश ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि आज से हर युवा, हर मतदाता मतगणना केंद्र को मजबूत करके अगले 3 दिन तक वोट की रक्षा करे और ढोल-नगाड़ों से आजादी के नारे गाएं। किसानों की तरह उनके लिए भी लोकतंत्र के लंगर लगाए जाएंगे और दुनिया देखेगी कि लोकतंत्र की रक्षा कैसे होती है। राजनीति बाहुबल के आगे जनशक्ति नहीं झुकेगी।