जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । झारखंड कांग्रेस में अंतकर्लह बढ़ता ही जा रहा है. यही हालात रहे तो हेमंत सरकार कभा भी गिर सकती है. अंतकर्लह का कारण वर्तमान प्रदेश नेतृत्व के सामानांतर चल रही एक अन्य संगठन से समझा जा रहा है. अंतकर्लह को लेकर 31 मार्च को दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलायी गयी है. बैठक में भाग लेने के लिए संगठन के हर विंग के पूर्व अध्यक्षों को प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने व्यक्तिगत तौर पर फोन और मैसेज किया है. सूत्रों का यह भी कहना है कि कांग्रेस कोटे के मंत्रियों में भी जल्द बदलाव हो सकता है. बदलाव के समय किसी तरह की कोई अंतकर्लह नहीं दिखे, इसलिए सभी नेताओं से पहले विचार किया जाएगा.
प्रदेश कांग्रेस में अंतकर्लह इस बार पूर्व के तीन प्रवक्ताओं द्वारा होने से हो रही है. बीते दिनों इसी अंतकर्लह को जगजाहिर करते हुए तीनों नेताओं ने ग्रास रूट सम्मेलन करने की तैयारी की. सम्मेलन बुधवार को किया जाना था. फिर अचानक सम्मेलन को रदद् करने का निर्देश देकर दिल्ली तलब किया गया. माना जा रहा है कि संगठन के सामानांतर सम्मेलन करने से शीर्ष नेतृत्व काफी नाराज है. आज इनकी मुलाकात प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय से दिल्ली में होनी है. सूत्रों के मुताबिक, इन तीनों ही प्रवक्ता स्तरीय नेताओं को कड़ी फटकार लगायी जा सकती है.
प्रदेश संगठन के एक शीर्ष नेता ने नाम नहीं छपाने की शर्त पर बताया कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष की शह पर तीनों नेता संगठन से इतर सामानांतर संगठन चला रहे हैं. ऊपर से अब इन तीनों को दिल्ली बुलाया गया है. इनका दिल्ली बुलाना एक तरह से कांग्रेस के सामानांतर संगठन चला रहे नेताओं को तवज्जो देना है. इसका खमियाजा संगठन को भुगतना पड़ सकता है.
चर्चा यह भी है कि हेमंत सरकार में कांग्रेस कोटे के मंत्रियों में बदलाव भी हो सकता है. तीन मंत्रियों के बदलाव की चर्चा जोरों पर है. बता दें कि सरकार बनने के सवा 2 साल पूरे हो गये हैं. मंत्रिमंडल में बदलाव का कयास काफी दिनों से चर्चा में है.