जनजीवन ब्यूरो / बरेली : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ बयान देने वाले सपा विधायक शहजिल इस्लाम की मुश्किलें बढ़ गई हैं। गुरुवार को बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने सपा विधायक के सीबीगंज स्थित पेट्रोल पंप पर बड़ी कार्रवाई की। आरोप है कि यह पेट्रोल पंप बिना नक्शा पास कराए बनाया गया था। पेट्रोल पंप पर बीडीए ने बुलडोजर चला दिया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी के जवान तैनात रहे। अफसरों को जमीन सीलिंग की होने की भी जानकारी मिली है। इसकी जांच कराई जा रही है।
‘उनके मुंह से आवाज निकली तो हमारे बंदूकों से गोलियां निकलेंगीं…’
भोजीपुरा से सपा विधायक शहजिल इस्लाम ने बीते दो अप्रैल को एक कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ भाषण दिया था। सपा विधायक ने कहा था कि पिछले कार्यकाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में हम लोगों से गलत व्यवहार किया। हमारी संख्या कम थी लेकिन, इस बार मजबूत विपक्ष है। शहजिल ने कहा था, “उनके मुंह से आवाज निकली तो हमारे बंदूकों से धुआं नहीं, गोलियां निकलेंगीं।”
पुलिस ने दर्ज किया था मुकदमा
भड़काऊ भाषण को लेकर सपा विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। साथ ही पुलिस ने सपा जिला उपाध्यक्ष संजीव कुमार सक्सेना के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। हिंदू युवा वाहिनी के जिला प्रभारी अनुज वर्मा की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था।
कौन हैं शहजिल इस्लाम ?
शहजिल इस्लाम वर्तमान में बरेली की भोजीपुरा सीट से सपा के विधायक हैं। शहजिल चौथी बार विधायक बने हैं। वह बसपा की सरकार में मुस्लिम वक्फ के राज्य मंत्री भी रहे हैं। शहजिल बरेली के पुराने राजनीतिक परिवार से हैं, जिसका बरेली के अंसारी मुस्लिमों में प्रभाव माना जाता है। शहजिल इस्लाम 2007 के विधानसभा चुनाव के दौरान बसपा में शामिल हो गए थे, लेकिन इस बार बरेली कैंट से नहीं, बल्कि जिले की भोजीपुरा विधानसभा से बसपा ने प्रत्याशी बनाया। वहां से जीते तो मुख्यमंत्री मायावती ने वक्फ का राज्य मंत्री बनाया, लेकिन अगले विधानसभा चुनाव 2012 में बसपा ने उनको टिकट नहीं दिया। इस पर वह मौलाना तौकीर रजा की सियासी पार्टी आईएमसी यानी इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल से चुनाव लड़े और जीतकर फिर विधायक बने। हालांकि, बाद में वह आईएमसी छोड़कर सपा में शामिल हो गए। 2017 का विधानसभा चुनाव वह भोजीपुरा से सपा के टिकट पर लड़े, लेकिन भाजपा की लहर में हार गए। इस बार 2022 के विधानसभा चुनाव में वह सपा प्रत्याशी के रूप में चौथी बार विधायक बनने में कामयाब रहे।