जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड मामले की फाइल फिर से खोल दी है। साथ ही इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी सांसद राहुल गांधी को समन भेजा गया है। दोनों नेताओं से 8 जून को पूछताछ हो सकती है। इस मामले की जांच को 2015 में ही बंद कर दिया गया था, ऐसे में 7 साल बाद दोबारा जांच होने से कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है। साथ ही इसे विपक्ष की आवाज दबाने वाला कदम बताया। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी व रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं को बताया कि ईडी ने सोनिया गांधी को आठ जून को पूछताछ के लिए बुलाया है। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने बताया कि सरकार बदले की भावना में अंधी हो गई है। हमें डराने के लिए ऐसा किया जा रहा है, लेकिन हम न डरेंगे और न झुकगें। डटकर इसका सामना करेंगे।
ईडी के नोटिस पर कांग्रेस के आफिशियल अकाउंट से एक ट्वीट किया गया है। इस ट्वीट में कहा गया है, ‘जब कांग्रेस अंग्रेज हुकूमत के अत्याचारों से नहीं डरी, तो ED का नोटिस सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की हिम्मत को क्या ख़ाक तोड़ पाएगा। हम लड़ेंगे…हम जीतेंगे…हम झुकेंगे नहीं…हम डरेंगे नहीं।’
ईडी ने हाल ही में यंग इंडियन में कथित वित्तीय अनियमितताओं के चलते मामला दर्ज किया था। इसी को नेशनल हेराल्ड का स्वामित्व प्राप्त है। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने बताया कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत सोनिया और राहुल गांधी को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस जारी किया गया है। इससे पहले एजेंसी ने कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और पवन बंसल से भी पूछताछ की थी।
बुधवार को संवाददाताओं से रणदीप सिंह सुरजेवाला और अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘ सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ईडी का समन भेजना, भाजपा द्वारा विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए प्रतिशोध और बदले की राजनीति है जैसा कि उन्होंने देश के अन्य विरोधियों के साथ किया है।’ कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इसका कोई मामला नहीं बनता है और इसका एकमात्र इरादा ‘दुर्भावनापूर्ण’ है। मामले को 2015 में बंद कर दिया गया था।’
बता दें, यह मामला हाल ही में पार्टी द्वारा प्रमोटेड यंग इंडियन में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए दर्ज किया गया था, जिसे नेशनल हेराल्ड अखबार का मालिकाना हक प्राप्त है।
मामले में कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 1937 में नेशनल हेराल्ड अखबार शुरू किया गया, उस समय अंग्रेजों ने इसे दबाने की कोशिश की, आज मोदी सरकार भी यही कर रही है और इसके लिए ईडी का इस्तेमाल किया जा रहा। ईडी ने हमारी अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को नोटिस दिया है। हम लोग इससे झुकने वाले नहीं हैं, बल्कि हम सीना ठोककर लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि इस पूरी साजिश के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हाथ है। ईडी उनकी पालतू एजेंसी बन गई है। सोनिया और राहुल गांधी को नोटिस देना कायराना हरकत है। वहीं मामले में अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि 8 जून को सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पूछताछ के लिए ईडी ने बुलाया है। कांग्रेस अध्यक्ष इस जांच में जरूर शामिल होंगे। वहीं राहुल अभी विदेश में हैं, अगर वो वापस आ जाते हैं तो वो भी जाएंगे, वर्ना वो ईडी से आगे का समय मागेंगे।
नेशनल हेराल्ड अखबार की शुरुआत 1937 में हुई थी। ये कई बार शुरू हुआ और फिर बंद हो गया। 2008 में ये अखबार फिर से पूरी तरह बंद कर दिया गया था और अखबार का मालिकाना हक एसोसिएट जर्नल्स को दे दिया गया। इस कंपनी ने कांग्रेस से बिना ब्याज के 90 करोड़ रुपये कर्जा लिया, लेकिन अखबार फिर भी शुरु नहीं हुआ। वहीं 2012 में इसका मालिकाना हक यंग इंडिया को ट्रांसफर कर दिया गया। इस कंपनी में 76 फीसदी हिस्सेदारी सोनिया और राहुल की थी। आरोप है कि यंग इंडिया ने हेराल्ड की संपत्ति को 50 लाख में हासिल किया, जबकि उसकी कीमत 1600 करोड़ के आसपास थी। इसके बाद ये मामला कोर्ट भी गया था।
नेशनल हेराल्ड एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड द्वारा प्रकाशित किया जाता है और यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के स्वामित्व में है। जांच के तहत एजेंसी ने हाल ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे और पवन बंसल से पूछताछ की थी।