जनजीवन ब्यूरो / भोपाल । राजधानी भोपाल में पार्षद के टिकट को लेकर कांग्रेसियों में लात-घूंसे चलने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। बता दें सोमवार को बैठक में ‘बाहरी मुद्दे’ पर कांग्रेसी एक दूसरे पर टूट पड़े। झूमाझटकी, मारपीट के साथ एक-दूसरे के साथ गाली-गलौज भी करने लगे। भोपाल में पार्षद के टिकट के लिए आपस में भिड़े कांग्रेसी, जमकर चली कुर्सियां, लात-घूंसे और गालियां भोपाल में पार्षद के टिकट के लिए आपस में भिड़े कांग्रेसी भोपाल में पार्षद के टिकट के लिए आपस में भिड़े कांग्रेसी कांग्रेस की जमकर किरकिरी घटना का वीडियो वायरल हो जाने से कांग्रेस की जमकर किरकिरी हो रही है। इस बैठक में कांग्रेस के कई आला अधिकारी और जिला अध्यक्ष कैलाश मिश्रा भी उपस्थित थे। उन्होंने मामले को संभालने की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ता नहीं माने एक-दूसरे पर लात घूसों की बारिश करते रहे। गौरतलब है कि इस बैठक का उद्देश्य रायशुमारी करके पार्षदों के लिए टिकट वितरण की भूमिका बनाना था, लेकिन हाथापाई और नोकझोंक के चलते मुद्दे की बातों पर पानी फिर गया। वहीं कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कैलाश मिश्रा का कहना है कि मीटिंग में दावेदारों से बायोडाटा लिया जा रहा था मीटिंग खत्म हो गई थी इसके बाद कुछ कार्यकर्ताओं ने विवाद शुरू कर दिया। दरअसल भोपाल नगर निगम में 85 वार्ड आते हैं। पिछली बार कांग्रेस ने नगर निगम के चुनाव में 85 वार्डों में से सिर्फ 26 वार्डों पर जीत दर्ज की थी। ऐसे में इस बार कांग्रेस नगर निगम चुनाव में ज्यादा सीटें जीतने के लिए ऐसे उम्मीदवारों को मैदान में उतारना चाहती है, जो जीत के लिए दम रखते हो। पर कांग्रेस में पार्षदों की दावेदारी के लिए कांग्रेस पार्टी का हर एक नेता अपना बायोडाटा लेकर पहुंच गया। जिसके वजह से विवाद की स्थिति पैदा हो गई।
क्यों भिड़ें कांग्रेसी
दूसरे वार्ड के कांग्रेस नेता को अपने वार्ड से टिकट के लिए दावेदारी करता देख, कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। लात घुसे चलाने के साथ कागज भी बिखेर दिए। इतना ही नहीं कुर्सियां तक फेंक दी। वरिष्ठ नेताओं की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। बैठक में भोपाल के वार्ड नंबर 40, 41, 44, 58, 59, 69, 70, 71 के कार्यकर्ता शामिल थे। कांग्रेस की नई रणनीति भोपाल नगर निगम के चुनाव में कांग्रेस ने अपनी रणनीति और टिकट बांटने का फार्मूला बदल दिया है। पार्टी दफ्तर में दावेदारों से बायोडाटा लेने के साथ वरिष्ठ नेता अब वार्ड में जाकर सर्वे कर रहे हैं। वही मीटिंग भी ली जा रही है ताकि जिताऊ दावेदारों को तलाशा जा सके।