जनजीवन ब्यूरो
इसलामाबाद/नई दिल्ली । सलमान खान की फिल्म बजरंगी भाईजान की कहानी हकीकत का रूप लेने जा रही है। वास्तविक जीवन की बजरंगी भाईजान गीता जल्द ही पाकिस्तान से भारत वापस आएगी। गीचा के परिजनों की पहचान लगभग हो गई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने संवाददाताओं से कहा कि गीता भारत की बेटी है और उसे जल्द ही स्वदेश लाया जाएगा।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्विटकर कहा कि पाकिस्तान में रह रही भारतीय मूक लड़की गीता को जल्द ही भारत लाया जाएगा। गीता के परिजनों का पता चल गया है और उसका डीएनए टेस्ट कराकर उसे गीता को सौंपा जाएगा । सुषमा ने कहा कि गीता को भारत लाने के लिए सरकार हर जरुरी प्रक्रिया पूरी कर रही है ।
विकास ने कहा कि विदेश मंत्री स्वराज ने राज्यों के मुख्य मंत्रियों को कई पत्र लिखकर गीता के बारे में जानकारी मांगी थी। सैकड़ों फोटो के आधार पर कई लोगों ने गीता को अपनी बेटी होने का दावा किया, लेकिन तीन फोटो के दावे को मंत्रालय ने कारगर माना और उसे पाकिस्तान उच्चायोग को भेजा गया। उन्होंने कहा कि तीन फोटो में से एक को गीता ने चिन्हित किया है। लेकिन दावे की सत्यता के लिए डीएनए टेस्ट किया जाएगा। टेस्ट में पुष्टि होने के बाद ही दावेदारों को गीता को सौंपा जाएगा।
विकास ने कहा यदि डीएनए में पुष्टि न होती है तो दिल्ली और इंदौर में सेल्टर होम की व्यवस्था की जा रही है। जहां व्यवस्था अच्छी होगी वहां गीता को रखा जाएगा।
गीता मूक बधिर है और किसी तरह पाकिस्तान सीमा में प्रवेश कर गई थी। 21 साल की गीता लाहौर में ऐधी फाउंडेशन में रह रही है। पाकिस्तान के जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल सत्तार ऐधी ने इसकी स्थापना की थी। ऐधी फाउंडेशन में अब्दुल सत्तार की पत्नी बिलकिस ऐधी ने पहली बार लोगों को बताया कि वह हिंदू है । इसके बाद फाउंडेशन ने हिंदू संस्कार से इसका लालन-पालन किया। बिलकिस ऐधी ने ही उसे गीता नाम दिया।