जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : हाल ही में केंद्र सरकार ने ‘अग्निपथ स्कीम’ की घोषणा की है। जिसके तहत युवाओं को चार साल के लिए युवाओं को तीनों सेनाओं में भर्ती किया जाएगा। इसके बाद उनको एक निश्चित फंड देकर रिटायर कर दिया जाएगा। इसके खिलाफ देशभर में युवाओं ने मोर्चा खोल दिया है, जहां अलग-अलग राज्यों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे। इस दौरान कई ट्रेनों में आगजनी भी की गई। केंद्र सरकार लगातार युवाओं से शांति बनाए रखने की अपील कर रही है। अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अरुण पुरी ने कहा कि यह योजना काफी विचार-विमर्श करके लाई गई है।
ले. जनरल पुरी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रूटीन भर्ती नहीं होगी, अब सैनिकों की भर्ती अग्निपथ स्कीम के तहत की जाएगी। अनुशासन ही भारतीय सेना की नींव है। आगजनी, तोड़फोड़ के लिए कोई जगह नहीं। ले. जनरल अनिल पुरी ने कहा कि युवा भर्ती की तैयारी करें और अग्निपथ योजना में कोई बदलाव नहीं होगा। इसके अलावा इस स्कीम को वापस नहीं लिया जाएगा।
नौसेना में हम महिला अग्निवीर भी ले रहे हैं। उसके लिए हमारी ट्रेनिंग में जो संशोधन करना है उसके लिए काम शुरू हो चुका है। हमें 21 नवंबर का इंतजार है, मुझे आशा है कि महिला और पुरुष अग्निवीर आईएनएस चिल्का पर रिपोर्ट करेंगे: नौसेना के वाइस एडमिरल डी.के. त्रिपाठी
एयर मार्शल एस के झा ने कहा कि दिसंबर के अंत तक अग्नवीर के पहले बैच को वायुसेना में शामिल कर लेंगे। 30 दिसंबर से पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी।
भारतीय वायुसेना में 24 जून से अग्निवीरों के पहले बैच को लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह एक ऑनलाइन सिस्टम है। उसी के तहत उसपर रजिस्ट्रेशन शुरू होगा। एक महीने बाद 24 जुलाई से फैज-1 ऑनलाइन परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी।
नौसेना के वाइस एडमिरल डी.के. त्रिपाठी ने कहा कि हमने अपनी भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। 25 जून तक हमारा एडवरटाइजमेंट सूचना और प्रसारण मंत्रालय में पहुंच जाएगा। एक महीने के अंदर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 21 नवंबर को हमारे पहले अग्निवीर हमारे ट्रेनिंग संस्थान में रिपोर्ट करेंगे।
ले. जनरल पुरी ने कहा कि जो लोग हिंसा में शामिल हो रहे हैं, उनकी सेना में कोई जगह नहीं है।
नौसेना में होगी ‘महिला अग्निवीरों’ की भर्ती। 21 नवंबर से नौसेना के अग्निवीरों की ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी।
नौसेना ने भी अग्निवीरों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। दो-तीन दिन में नोटिफिकेशन जारी होगा।
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा देश की सेवा में बलिदान देने वाले अग्निवीरों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा। ‘अग्निवर’ को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में वही भत्ता और सुविधाएं मिलेंगी जो वर्तमान में नियमित सैनिकों पर लागू होती है। सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा।
लेफ्टिनेंट जनरल अरुण पुरी ने कहा कि हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं। किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे। निकट भविष्य में हमारी ‘अग्निवर’ की संख्या 1.25 लाख तक पहुंच जाएगी।
सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अरुण पुरी ने कहा कि हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं। किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे। यह सुधार लंबे समय से लंबित था। हम इस सुधार के साथ युवावस्था और अनुभव लाना चाहते हैं।