जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट द्वारा नुपूर शर्मा को लेकर की गई टिप्पणी पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को मोदी सरकार पर जबरदस्त निशाना साधा। राहुल गांधी ने नूपुर शर्मा मामले में टिप्पणी करते हुए कहा कि, केंद्र की भाजपा नीत सरकार पर देश में गुस्से और नफरत का माहौल बनाया है। यह भारत और उसके लोगों के हित के खिलाफ है। शीर्ष अदालत ने जो कहा वह सच है। लेकिन देश में माहौल उस व्यक्ति द्वारा नहीं बनाया गया है जिसने टिप्पणी की।
मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, यह केंद्र में सत्तारूढ़ सरकार द्वारा बनाया गया है। देश में माहौल उस व्यक्ति द्वारा नहीं बनाया गया है जिसने टिप्पणी की। यह प्रधानमंत्री हैं, यह गृह मंत्री हैं, यह भाजपा और आरएसएस है जिसने यह माहौल बनाया है। क्रोध और घृणा का वातावरण। उन्होंने इसे देश विरोधी करार देते हुए कहा कि यह भारत के हित के खिलाफ है। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस देश में शांति स्थापित करने में जुटी है। कांग्रेस लोकतंत्र और शांति के लिए लड़ती आई है और यह लड़ाई आगे भी जारी रखेगी।
इसके अलावा राहुल गांधी ने शुक्रवार को यहां अपने सांसद कार्यालय का भी दौरा किया। हाल ही में सत्तारूढ़ सीपीआई (एम) के छात्र विंग एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के वायनाड ऑफिस में तोड़फोड़ की थी। अपने निर्वाचन क्षेत्र के तीन दिवसीय दौरे पर आए राहुल पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ कार्यालय पहुंचे और नुकसान का जायजा लिया।
मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह वायनाड के लोगों का कार्यालय है और वामपंथी छात्रों के कैडर ने जो किया वह काफी दुर्भाग्यपूर्ण बात है। उन्होंने कहा कि हिंसा कभी भी समस्याओं का समाधान नहीं करती है और उनके मन में उनके प्रति कोई क्रोध या शत्रुता नहीं है।
राहुल ने साफ तौर पर कहा कि, देश में हर जगह आप यह विचार देखते हैं कि हिंसा से समस्याओं का समाधान हो जाएगा। हिंसा कभी समस्याओं का समाधान नहीं करती, यह अच्छी बात नहीं है, उन्होंने गैर-जिम्मेदार तरीके से काम किया। लेकिन मुझे उनके प्रति कोई गुस्सा या दुश्मनी नहीं है। हिंसा में शामिल एसएफआई कार्यकर्ताओं को उन्होंने ‘बच्चे’ कहा। पिछले हफ्ते राहुल गांधी के खिलाफ एसएफआई का एक विरोध मार्च हिंसक हो गया था, जब वामपंथी कार्यकर्ताओं के एक समूह ने उनके कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ की थी।