जनजीवन ब्यूरो / मुंबई : महाराष्ट्र में आया सियासी तूफान अब विधानसभा में शिंदे सरकार के फ्लोर टेस्ट में पास होने के बाद पूरी तरह से शांत हो गया है। सदन में बहुमत के आंकड़े को पार करते हुए शिंदे और फडणवीस सरकार को 164 विधायकों का समर्थन हासिल हुआ है। सीएम एकनाथ शिंदे ने 164-99 के अंतर से विश्वास मत जीत लिया। इस दौरान विपक्ष दल कांग्रेस और एनसीपी के विधायकों के 22 विधायक वोटिंग से गैरमौजूद रहे।
जानकारी के मुताबिक विपक्ष के कुल 22 विधायक फ्लोर टेस्ट के दौरान अपना वोट नहीं डाल पाए, जिसमें कांग्रेस नेता अशोक चव्हान, विजय वडेट्टीवार, एनसीपी विधायक अन्ना बंसोड़े और संग्राम जगताप का नाम शामिल हैं। कुल विधायकों की बात करें तो यह संख्या 22 तक पहुंच गई थी। सदन में बहुमत परीक्षण के दौरान कांग्रेस के 10 विधायक- जितेश अंतापुरकर, जीशान सिद्दीकी, प्रणति शिंदे, अशोक चव्हाण, विजय वडेट्टीवार, धीरज देशमुख, कुणाल पाटिल, राजू आवाले, मोहनराव हम्बर्दे और शिरीष चौधरी उपस्थित नहीं हुए। इसके अलावा इनमें एनसीपी के विधायकों का नाम भी शामिल है।
बता दें कि कुछ ऐसे विधायक थे जो अपना वोट नहीं डाल पाए, जबकि कुछ ऐसे भी थे जिन्होंने फ्लोर टेस्ट के दौरान होने वाली वोटिंग में अपनी मर्जी से हिस्सा नहीं लिया। वहीं उद्धव ठाकरे खेमे को भी इस दौरान तब झटका लगा, जब उनके गुट के दो विधायकों ने शिंदे गुट के पक्ष में वोट डाला। विधायक श्यामसुंदर शिंदे ने विश्वास मत के दौरान एकनाथ शिंदे के पक्ष में वोट डाला।