जनजीवन ब्यूरो / कोलकाता । जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की शुक्रवार को गोली मारकर हत्याक कर दी गई। जिसके बाद उनकी मौत हो गई है। वहीं अब ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पार्टी ने केंद्र को निशाना साधते हुए आबे की हत्या को अग्निपथ सैन्य भर्ती योजना से जोड़ा।
केंद्र की अग्निपथ योजना को शिंजो आबे की हत्याध से जोड़ा पार्टी के मुखपत्र ‘जागो बांग्ला’ में प्रकाशित एक फ्रंट-पेज की स्टोेरी में मोदी सरकार द्वारा हाल ही में लागू की गई अग्निपथ सैन्य भर्ती योजना को लेकर केंद्र पर निशाना साधने के लिए टीएमसी ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या से जोड़ते हुए शिकंजा कसा है। पार्टी ने कहा आबे की हत्या एक पूर्व जापानी रक्षा कर्मियों ने की थी, जिन्हें पेंशन नहीं मिल रही थी।
गौरतलब है कि जापान के पूर्व सीएम आबे को शुक्रवार को पश्चिमी जापान में चुनाव प्रचार के दौरान सीने और गर्दन पर हमलावर ने गोली मारी। जिसके करीब साढ़े पांच घंटे बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 41 वर्षीय तेत्सुया यामागामी के रूप में शूटर की पहचान की गया और तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार जापान के समुद्री आत्मरक्षा बलों में तीन साल तक काम किया था, जिसे जापानी नौसेना के रूप में भी जाना जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यामागामी ने तीन साल की सेवा के बाद अपनी नौकरी खो दी। वह बेरोजगार था और उसे कोई पेंशन नहीं मिल रही थी। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हत्यारे ने अबे को इसलिए निशाना बनाया क्योंकि वह बेरोजगार था।
टीएमसी ने जापानी समुद्री आत्मरक्षा बलों की तुलना अग्निपथ योजना से की जिसमें आरोप लगाया गया कि मोदी सरकार युवाओं को कम समय के लिए रक्षा बलों में नियुक्त करना चाहती है और उन्हें चार साल बाद पेंशन और अन्य सेवानिवृत्ति लाभों के बिना रिटायर कर देना चाहती है। कनेक्शन इस तथ्य पर आधारित है कि शूटर रक्षा बलों में रह चुका था।