जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली। अब देश में तिरंगा को लेकर सियासी संग्राम चरम पर पहुंच गया है। मामला उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू ने एक बाइक रैली को हरी झंडी दिखाने को लेकर जहां सरकार न इस मौके पर सभी को आमंत्रण भेजा था। लेकिन विपक्ष ने इस कार्यक्रम में सरकार का निजी कार्यक्रम बताते हुए जाने से इंकार कर दिया। इतना ही नहीं मुख्य विपक्षी दज कांग्रेस तिरंगा का सम्मान करते हुए सरकार से ईतर नेहरू की डीपी लगाकर एक अलग तिरंगा पेश कर दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर केंद्र सरकार पूरे देश में ’हर घर तिरंगा’ अभियान चला रही है। आज उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू ने एक बाइक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रैली में कई केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेताओं ने शिरकत की है। सरकार का कहना है कि विपक्षी दलों और नेताओं को भी इस अभियान में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन वो इसमें शामिल नहीं हुए। सत्तारूढ़ भाजपा के इस आरोप का राहुल गांधी ने अपने अंदाज में जवाब दिया है। उन्होंने ना सिर्फ ट्विटर पर अपनी प्रोफाइल तस्वीर बदली, बल्कि एक संदेश भी लिखा।
राहुल गांधी ने तिरंगे की एक तस्वीर के साथ अपनी डीपी बदली है। इस तस्वीर में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू अपनी हाथों में तिरंगा लिए नजर आ रहे हैं। राहुल ने इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए लिखा, ’देश की शान है, हमारा तिरंगा; हर हिंदुस्तानी के दिल में है, हमारा तिरंगा।’ सनद रहे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तिरंगे से डीपी बदलने की शुरुआत की है। इसके बाद सोशल मीडिया में इसकी होड़ सी मच चुकी है। तमाम केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों, भाजपा नेताओं के अलावा आम लोगों ने भी अपनी-अपनी डीपी बदली है।
विपक्ष के लोगों को भी आमंत्रित किया थाः मेघवाल
केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि विपक्ष के लोगों को भी आमंत्रित किया था। मेरी तरफ से भी पत्र और ईमेल गए थे। विपक्ष के लोगों को भी हिस्सा लेना चाहिए था क्योंकि तिरंगा यात्रा, आज़ादी का अमृत महोत्सव देश का महोत्सव है। किसी एक पार्टी या सरकार का नहीं है।