जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को 72 वर्ष के हो गए। अपने जन्मदिन के मौके पर उन्होंने प्रोजेक्ट चीता का शुभारंभ किया। इसके चलते देश में 70 साल बाद चीता की वापसी हुई है। 1952 में भारत में चीता विलुप्त हो गए थे, लेकिन नामीबिया के साथ एक समझौता बाद भारत में फिर से चीता की वापसी हुई है। इसके तहत आठ चीतों को मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में अपना घर मिल गया है।
इससे पहले आज पीएम मोदी ने स्वयं सहायता समूहों की महिला सदस्यों के एक कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा, ‘अगर मेरे जन्मदिन पर कोई कार्यक्रम नहीं रहता तो मैं अपनी मां का पास जाता, उनके चरण छू करके आशीर्वाद लेता। आज मैं अपनी मां के पास नहीं जा सका लेकिन आज जब मेरी मां देखेगी कि मध्य प्रदेश के आदीवासी अंचल की लाखों माताएं मुझे आशीर्वाद दे रही हैं, तो उनको जरूर संतोष होगा। मोदी ने कहा कि, पिछली शताब्दी के भारत और इस शताब्दी के नए भारत में एक बहुत बड़ा अंतर हमारी नारीशक्ति के प्रतिनिधित्व के रूप में आया है। आज के नए भारत में पंचायत भवन से लेकर राष्ट्रपति भवन तक नारीशक्ति का परचम लहरा रहा है। हाल में संपन्न हुए पंचायत चुनावों में पूरे मध्यप्रदेश में लगभग 17000 बहनें जनप्रतिनिधि के रूप में चुनी गई हैं। ये बड़े बदलाव का संकेत है, बड़े परिवर्तन का आह्वान है। हमारी सरकार ने देश की 2 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को घरों की मालकिन बनाया है।
8 चीतों का जिक्र करते हुए कहा, ‘मुझे आज इस बात की भी खुशी है कि भारत की धरती पर अब 75 साल बाद चीता फिर से लौट आया है। अब से कुछ देर पहले मुझे कुनो नेशनल पार्क में चीतों को छोड़ने का सौभाग्य मिला। आज इस मंच से पूरे विश्व को संदेश देना चाहता हूं कि आज जब करीब-करीब 75 वर्ष बाद आठ चीतें हमारे देश की धरती पर लौट आए हैं। अफ्रीका से हमारे मेहमान आए हैं, इन मेहमानों के सम्मान में हम सभी इनका स्वागत करें।