जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल को दिल्ली बुलाया है। ऐसे में वह ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को छोड़कर दिल्ली के रवाना हो गए हैं। वेणुगोपाल के करीबी सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी ने उन्हें दिल्ली में संगठनात्मक चर्चा के लिए बुलाया है। वह राहुल गांधी के साथ केरल के अलाप्पुझा जिले में थे। तमिलनाडु के कन्याकुमारी से 7 सितंबर को शुरू हुई ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बाद यह पहली बार है, जब उन्होंने यात्रा छोड़ी है। आपको बता दें कि आज भारत जोड़ो यात्रा का 13वां दिन है। वहीं, वेणुगोपाल को अचानक दिल्ली बुलाने पर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। राजनीतिज्ञ विशेषज्ञों का मानना है कि पार्टी की तरफ से संगठन को लेकर कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।
इससे पहले सोनिया गांधी ने सोमवार को शशि थरूर से मुलाकात की थी। इस दौरान कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर को सोमवार को सोनिया गांधी से पार्टी अध्यक्ष पद के लिए होने वाले आगामी चुनाव में लड़ने की मंजूरी दे दी है। सूत्रों की मानें तो थरूर ने बैठक के दौरान पार्टी में ”आंतरिक लोकतंत्र” को मजबूत बनाने के लिए 17 अक्टूबर को होने वाले चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। इस पर सोधिया गांधी ने तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर को चुनाव लड़ने की सहमति दी थी। साथ ही उन्होंने कहा था कि अध्यक्ष पद का चुनाव कोई भी लड़ सकता है।
वहीं, माना जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि सूत्रों की मानें तो अशोक गहलोत खुद चुनाव लड़ने के बजाय अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी को फिर से चुनाव लड़वाना चाहते हैं। आपको बता दें कि अशोक गहलोत को गांधी परिवार का सबसे करीबी माना जाता है। वहीं, शशि थरूर की पहचान कांग्रेस में एक पढ़े-लिखे नेता के तौर पर होती है। ऐसा माना जा रहा है कि आज की बैठक में वेणुगोपाल से सोनिया गांधी अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर मंथन कर सकती हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव: अशोक गहलोत-शशि थरूर के बीच हो सकता है मुकाबला
इधर, कई राज्यों की कांग्रेस समितियों की तरफ से फिर से राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग की जा रही है। सोमवार को इसको लेकर गुजरात, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, बिहार, उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के लिए एक प्रस्ताव भी पारित हुआ। वहीं, माना जा रहा है कि बचे हुए राज्यों की कांग्रेस कामेटियों द्वारा भी जल्द राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पास किया जा सकता है।