जनजीवन ब्यूरो / लखनऊ । बीएसपी चीफ मायावती ने अपने 67वें जन्मदिन के अवसर पर बड़ा ऐलान किया है। मायाती ने कहा, ‘बीएसपी लोकसभा और विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी, किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेंगी।’ मायावती ने कहा, ‘आगे होने वाले राज्यों के विधानसभा चुनाव और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव हमारी पार्टी अकेले लड़ेगी। बीएसपी किसी भी पार्टी के साथ कोई भी गठबंधन कर चुनाव नहीं लड़ेगी।’ अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान बीएसपी चीफ मायावती ने अपने जन्मदिन के अवसर पर लखनऊ में मीडिया को संबोधित करते हुए किया। रविवार 15 जनवरी 2023 को मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा, ‘2023 में कर्नाटक, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और जहां भी चुनाव होंगे, बीएसपी सभी चुनाव अकेले लड़ेगी। इसके साथ ही, 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में बीएसपी किसी भी पार्टी के साथ कोई गठबंधन नहीं करेंगी।’
मायावती ने कहा, ‘BSP का जनाधार कम नहीं हुआ है। मुझे लगता है कि EVM में कुछ गडबड़ी है। अगर ऐसा नहीं है तो केंद्र सरकार और मुख्य चुनाव आयोग सामने आएं और बैलेट पेपर पर चुनाव कराएं, इससे मालूम पड़ जाएगा कि उनके साथ कितना वोट है और हमारे साथ कितना है।’ उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से देश में EVM के जरिए चुनाव कराने को लेकर यहां की जनता में किस्म-किस्म की आशंकाएं व्याप्त हैं। इन आशंकाओं को दूर व खत्म करने के लिए अब यहां आगे सारे छोटे-बड़े चुनाव पूर्व की तरह बैलेट पेपर पर कराए जाएं। मायावती ने कहा, ‘जब तक चुनाव बैलेट पेपर पर होते रहे तब तक BSP के न वोट प्रतिश्त और न ही जनाधार कम हुआ है और हमारी सीटें भी बढ़ी हैं। लेकिन जब से EVM से चुनाव हुए तब से हमारे वोट प्रतिश्त और हमारी सीटों की संख्या पर प्रभाव पड़ा है। इस दौरान मायावती ने कहा कि जातिवादी और संकीर्ण ताकतें साम दाम दंड भेद से बसपा को दूर करने में जुटी हैं।
ग्लोबल समिट के नाम पर यह जो निवेश आ रहा है यह केवल भाजपा की खराब नीतियों पर पर्दा डालने की नाटक बाजी है। मायावती ने कहा कि अब ओबीसी आरक्षण पर भी भाजपा कांग्रेस और सपा की राह पर चल निकली है। यही कारण रहा कि निकाय चुनाव प्रभावित हुआ। इस मौके पर मायावती ने मेरे संघर्ष में जीवन एवं बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा भाग 18 का भी विमोचन किया।