जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : पिछले कुछ समय से अपनी ही पार्टी के खिलाफ बयानबाजी को लेकर पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी मीडिया की सुर्खियों में बने हुए हैं। पार्टी विरोधी बयान बाजी को लेकर सियासी गलियारों में ऐसी चर्चा है कि वरुण गांधी भाजपा का दामन छोड़ किसी अन्य दल में शामिल हो सकते है। कुछ दिनों से वरुण गांधी के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें चल रही थी, लेकिन राहुल गांधी के बयान के बाद उनपर भी विराम लग गया है और अटकले समाजवादी पार्टी की तरफ मुड़ गई है।
पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी के समाजवादी पार्टी में जाने की बात इसलिए उठी है। क्योंकि, हाल ही में वरुण गांधी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव की जमकर तारीफ की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वरुण गांधी हाल ही में कहा, ‘मैंने पूरा उत्तर प्रदेश घूमा है मैं क्योंकि अकसर अखबारों में लेख लिखते रहते हैं। मेरे लेख आप लोगों ने अखबारों में पढ़े होंगे। एक दिन मैंने सोचा कि वो कौन सा मानक है जिसके तहत किसान और आम आदमी आ सकते हैं। आखिर क्यों किसान आत्महत्या करने पर मजबूर होता है।’
वरुण गांधी ने कहा कि उस समय शायद अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे और मैंने उन्हें एक चिट्ठी लिखी थी। कहा था कि इसमें कोई राजनीति नहीं है। लेकिन अगर मुझे प्रशासन से जानकारी मिल जाए कि पूरे उत्तर प्रदेश में कितने लोग हर जिले में इस मानक के अंतर्गत आएं। इस पर अखिलेश ने बड़ा मन दिखाकर सारे अधिकारियों को बोला कि इसमें कोई राजनीति नहीं है। इनकी मदद करिए, ये कुछ करना चाहते हैं। जिसके बाद हमने करीब 42 हजार लोगों की सूची पाई।
वरुण गांधी ने आगे बोलते हुए कहा कि उसके बाद मैंने सोचा कि इतना बड़ा काम शायद मैं अकेले नहीं कर पाऊंगा। तब मैंने सोचा कि ये काम कैसे हमलोग करत सकते हैं। हमने शुरूआत बिजनौर जिले से की। हम मुरादाबाद गए, फिर अलीगढ़ गए, हाथरस गए और ऐसे ही घूमते घूमते गोरखपुर चले गए। हमने वहां के रइस लोगों से प्रार्थना की कि आपलोग आगे आएं।” ऐसे में वरुण गांधी का कहना है कि परेशान किसानों के लिए कुछ करने में अखिलेश यादव ने उनकी मदद की। जिसके बाद अब वरुण गांधी के कांग्रेस के अलावा सपा से नजदीकियों की चर्चा तेज हो गई है।