जनजीवन ब्यूरो
फरीदाबाद (हरियाणा) : जिले के सुनपेड गांव में एक दलित परिवार के घर पर कथित रूप से तेल छिडककर आग लगाने की घटना का जायजा लेने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज फरीदाबाद पहुंचे. राहुल ने पीडि़त दंपती जीतेन्द्र और रेखा से मुलाकात की और उनका दर्द साझा किया. मौके पर गांववाले और संबंधी सड़क जाम किये हुए थे और दोषियों को फांसी देने की मांग कर रहे थे. लोगों की मांग है पुलिस सभी दोषियों का जल्द से जल्द पकड़े और उन्हें फांसी दे. वहीं आज सुबह सीपीएम की नेता वृंदा करात भी पीडि़त से मुलाकात करने सुनपेड गांव पहुंची थी.
खबर आ रही है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर दोपहर दो बजे सुनपेड गांव आयेंगे और पीडि़त परिवार से मिलेंगे. दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कल मंगलवार को परिवार से मुलाकात की थी. मुख्यमंत्री खट्टर ने पीडि़त परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. गौरतलब है कि इस आगजनी में झुलसकर दलित परिवार के दो बच्चों की मौत गयी. परिवार वाले बच्चों का अंतिम सस्कार तब नहीं करने की बात कर रहे हैं जबतक दोषियों को पकड़ा नहीं जाता.
इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। साथ ही लापरवाही बरतने के आरोप में सात पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है. दलित परिवार की सुरक्षा में सात पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.
इस घटना में मारे गए जितेंद्र के दोनों बच्चों दो साल के वैभव और 1 साल की दिव्या का आज सफदरजंग अस्पताल में पोस्टमार्टम किया जाएगा। दोनों के शव दोपहर तक सुनपेड गांव में पहुचेंगे. एक सवर्ण परिवार पर इन लोगों को जलाकर मारने का आरोप है.
बताया जाता है कि पिछले साल गांव में मोबाइल को लेकर हुए झगड़े के बाद सवर्ण जाति के तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी. तब दलित परिवार पर हत्या का आरोप लगा था। दलितों को डर था कि दबंग पूरी जाति से इसका बदला लेंगे। लिहाजा, कई दलित परिवार गांव छोड़कर चले गए थे, जिसमें जितेंद्र भी शामिल था.
हालांकि एससी/एसटी आयोग में मामला जाने के बाद फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर ने लिखित में कहा था कि जितेंद्र के घर के पास एक पुलिस जिप्सी, आधा दर्जन हथियारबंद जवान और दो बाइक सवार जवान तैनात रहेंगे. साथ ही एसएचओ मामले की निगरानी करेंगे. इस भरोसे के बाद ही जितेंद्र और उसका परिवार इसी वर्ष जनवरी में गांव में लौटा था.
इस हमले में घायल जितेन्द्र, उसका परिवार और पूरा गांव सदमे में हैं। उनका आरोप है कि मंगलवार की अल सुबह करीब 3 बजे उसके घर में कई सवर्ण जाति के लोग दाखिल हुए और पेट्रोल डालकर उनके परिवार को जिन्दा जला दिया। इस घटना में जितेन्द्र का दो साल का बेटा वैभव और करीब एक साल की बेटी दिव्या की मौत हो गई, जबकि पत्नी रेखा और वह खुद घायल है.
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है। घटना के बाद पुलिस ने गांव को छावनी में तब्दील कर दिया. घटना की जगह पर फोरेंसिक एक्सपर्ट ने जांच की। हालांकि पुलिस को ऐसा कोई चश्मदीद नहीं मिला, जिसने आरोपियों को देखा हो.