अमलेंदु भूषण खां
रायपुर । कांग्रेस पार्टी पुरानी नीतियों पर ही चलेगी। पार्टी ना तो चुनाव नीति अपनाएगी और ना ही लोकतांत्रिक पद्धति। उदयपुर चिंतन शिविर में लिए गए फैसले को पार्टी ने कचरे के डब्बे में डाल देना उचित समझा। कांग्रेस के 85वां कार्यसमिति के महाधिवेशन से पहले पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने महात्मा गांधी को जरुर याद किया। खास बात यह रही कि स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में ना तो सोनिया गांधी उपस्थित थे और ना ही राहुल गांधी। प्रियंका गांधी भी इस बैठक में शामिल नहीं हुईं। हांलाकि सोनिया और राहुल रायपुर पहुंच गए हैं।
रायपुर के नवा रायपुर में कांग्रेस का 85वां महाधिवेशन आज से शुरु हुआ है जो 26 फरवरी तक चलेगा। कांग्रेस ने अधिवेशन स्थल का नाम छत्त्तीसगढ़ के बलिदानी वीर नारायण सिंह के नाम पर रखा है।
बताया जाता है कि राहुल गांधी स्टीयरिंग कमेटी की बैठक से अपने आपको इसलिए दूर रखे क्योंकि कांग्रेस कार्यसमिति का चुनाव करवाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तैयार नहीं हुए। राहुल गांधी चाहते थे कि उदयपुर के चिंतन शिविर में लिए गए फैसले को पूरी तरह लागू किया जाए। लेकिन कांग्रेस के अधिकांश नेता इस बात से सहमत नहीं थे। राहुल ने देखा कि उनकी बातों को महत्व नहीं दिया जा रहा है तो वे स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में शामिल होना उचित नहीं समझे।
महाधिवेशन के पहले दिन स्टीयरिंग कमेटी की बैठक हुई जिसमें सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि महाधिवेशन में कांग्रेस कार्यसमिति का चुनाव नहीं होगा। कांग्रेस अध्यक्ष को सदस्यों को मनोनित करने का अधिकार दिया गया है। बैठक की जानकारी देते हुए कांग्रेस के मीडिया सेल प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि महाधिवेशन में 16 प्रावधानों और 32 नियमों में संशोधन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शुक्रवार शाम को सब्जेक्ट कमेटी की बैठक होगी। बैठक में 6 प्रस्तावों पर चर्चा होगी। फिर 25 और 26 इन विषयों पर चर्चा होगी। 25 फरवरी को सुबह 10.30 बजे प्रीलिमिनरी सेशन को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे संबोधित करेंगे। इसके बाद पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी संबोधित करेंगी।
25 फरवरी को सोनिया गांधी के भाषण के बाद तीन प्रस्ताव पर चर्चा की जाएगी। जिसमें राजनीतिक, विदेश और आर्थिक मामले शामिल हैं 26 जनवरी को कृषि, युवा शिक्षा और रोजगार, सामाजिक न्याय प्रस्ताव पर चर्चा होगी। 26 जनवरी को राहुल गांधी प्रीलिमिनरी सेशन को संबोधित करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे अपना अंतिम भाषण देंगे। फिर 3 बजे जनसभा होगी। जिसे राहुल संबोधित करेंगे। राहुल के साथ उस पब्लिक रैली को सोनिया गांधी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी संबोधित करेंगे।
लोकसभा चुनाव 2024 के साथ-साथ विधानसभा चुनावों की रणनीति पर मंथन करने के लिए देशभर से 15 हजार प्रतिनिधि इस अधिवेशन में शामिल हुए हैं। इसके साथ ही पार्टी पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रयास और भारत जोड़ो यात्रा की सफलता की सराहना के लिए भी तैयार है और उनसे आग्रह किया जाएगा कि वो आगामी लोकसभा चुनाव की लड़ाई का नेतृत्व करें।
अधिवेशन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे 25 फरवरी को उदघाटन के दौरान पार्टी की 2024 की दशा दिशा की रूपरेखा रखेंगे। पूर्व पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी भी इसी दिन सत्र को संबोधित करेंगी। जबकि राहुल गांधी आखिरी दिन 26 फरवरी को प्लेनरी सत्र में अपनी बात रखेंगे।