अमित आनंद / रायपुर। कांग्रेस के महाअधिवेशन में कांग्रेस कार्यसमिति के गठन का अधिकार कांग्रेस के अध्यक्ष को दिया गया है। महाधिवेशन में प्रस्ताव पारित कर यह अधिकार खड़गे को दिया गया है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के आखिरी दिन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी के संविधान संशोधन की पूरी जानकारी दी। उन्होंने समापन भाषण में भापजा सरकार पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस अध्यक्ष ने महाधिवेशन के फैसले से 2023 के विधानसभा चुनावों और आगमी लोकसभा चुनाव में बड़ा असर होने का दावा किया है।
रविवार को उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अधिवेशन का समापन हो रहा है और नए कांग्रेस का आगाज हो रहा है। इस सम्मेलन में सोनिया गांधी ने प्रेरक भाषण दिया, वो हमारे लिए बहुत शक्ति देने वाला भाषण है। राहुल गांधी के भाषण का जिक्र करते हुए खड़गे ने कहा, चंद लोग इस देश की संपत्ति को लूट रहे है। राहुल गांधी के साथ हम लड़ेंगे।
महाअधिवेशन में पार्टी के संविधान संशोधन में छह मुद्दो के प्रस्ताव को पारित किया गया है। ये काम कई चरणों में हुआ है। अंतिम रूप देने पर विचार किया जा रहा है। सीडब्ल्यूसी के संगठन की संख्या 25 से 35 करने का फैसला हुआ है।
इसके साथ ही 50 प्रतिशत जगह एससी एसटी, ओबीसी,महिला और युवाओं को देने का ऐतिहासिक फैसला हुआ है। इसका असर 2024 के लोकसभा चुनाव में होगा और 2023 के राज्यों के विधानसभा के चुनाव में भी इसका फायदा होगा। इसका क्रियान्वयन कर भारत को एक नया इतिहास रचेंगे।
महाधिवेशन के पहले दिन संचालन समिति की बैठक हुई थी जिसमें कांग्रेस कार्यकारिणी समिति का चुनाव नहीं कराने का फैसला लिया गया था। पार्टी नेता जयराम रमेश ने बताया था कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सीडब्ल्यू के सदस्यों को नामित करने का अधिकार दिया गया है।