जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । राजस्थान भाजपा में जहां पिछले सप्ताह की एक बड़ा बदलाव हुआ है वहीं अब एक और बड़ा बदलाव जल्द ही देखने को मिलेगा। इसको लेकर बड़ी बैठक भी आयोजित हो चुकी है और जल्द ही इसकी घोषणा भी हो जाएगी। जानकारी के अनुसार बीजेपी में नए प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति होने के बाद अब नेता प्रतिपक्ष की भी घोषणा की जाएगी।
आपको बता दें की रविवार को राजस्थान भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाई गई है और इसमें नया नेता प्रतिपक्ष मिल सकता है। खबरों की माने तो रविवार को होने वाली इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष के नाम पर मुहर लग जाएगा। जानकारी के अनुसार नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सबसे आगे है। साथ ही पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां का नाम भी दौड़ में बताया जा रहा हैं।
आपकों बता दें की इससे पहले नेता प्रतिपक्ष का पद गुलाबचंद कटारिया के पास था। लेकिन कटारिया को असम का राज्यपाल मनोनीत किए जाने के बाद से नेता प्रतिपक्ष का पद खाली चल रहा है। ऐसे में अब दिल्ली में नए प्रदेशाध्यक्ष इसकों लेकर केंद्रीय नेताओं के साथ बैठके कर रहे है और जल्द ही इसकी घोषणा हो सकती है।
नेता प्रतिपक्ष के नाम से पहले बीजेपी में मैराथन बैठकों का दौर जारी है। पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह और प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के साथ लंबी मंत्रणा की है। संघ के प्रचारकों के साथ राय मशविरा किया गया है। नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में राजेंद्र राठौड़ सबसे आगे हैं। राठौड़ सात बार के विधायक हैं। वे चार बार के मंत्री भी रह चुके हैं। राठौड़ पार्टी की विधानसभा में वो मुखर आवाज है जो सत्ता पक्ष को घेरने के लिए हर वक्त तैयार रहते हैं।
कैलाश मेघवाल भी हैं रेस में शामिल
राठौड़ के नाम पर वसुंधरा गुट को छोड़ लगभग सभी की सहमति की खबर है। दूसरा नाम कैलाश मेघवाल का है. वे जनसंघ के जमाने के नेता हैं। उन्होंने छह बार विधानसभा का चुनाव जीता है। तीन बार सांसद रहे हैं। बूटासिंह जैसे दिग्गज नेताओं को हराने का श्रेय भी कैलाश मेघवाल को जाता है। वे भैरोंसिंह सरकार में गृहमंत्री रह चुके हैं। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष का पद भी संभाल चुके हैं। मेघवाल की पहचान दलित समुदाय की सबसे मुखर आवाज के तौर पर है। लेकिन संघ का कितना समर्थन मेघवाल को मिलेगा यह अभी तय नहीं है।
जोगेश्वर गर्ग की दावेदारी भी है मजबूत
कैलाश मेघवाल के अलावा जोगेश्वर गर्ग की भी मजबूत दावेदारी है। जालोर से चार बार के विधायक गर्ग वर्तमान में राजस्थान विधानसभा में बीजेपी विधायक दल के सचेतक हैं, संघनिष्ठ हैं। उनके आचार विचार और व्यवहार में आरएसएस से जुड़ाव साफ झलकता है। वैसे कुछ नेता पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया का भी नाम ले रहे हैं। लेकिन न तो पूनिया की कहीं कोई लॉबिंग इस बाबत दिखाई पड़ रही है और न ही वे इस पद में कोई दिलचस्पी जाहिर कर रहे हैं। संघ का एक धड़ा जरूर पूनिया की पैरवी करता दिख रहा है। लेकिन उस धड़े की कितनी चलेगी ये भी साफ नहीं है।