जनजीवन ब्यूरो / लखनऊ। उमेश पाल हत्याजकांड के मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को यूपी एसटीएफ ने झांसी में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया। उमेश पाल की हत्या के 48वें दिन पुलिस ने प्रदेश के सबसे बड़े इनामियों में शामिल माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम को मार गिराया। इस दौरान असद और गुलाम दिल्ली पश्चिम बंगाल, बिहार और राजस्थान आदि जगहों पर छिपे रहे। असद के साथ उसका साथी गुलाम भी एनकाउंटर में मारा गया है। इस दौरान पुलिस ने अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद किए हैं।
बता दें कि दिल्ली से भागने के बाद असद और गुलाम यूपी बॉर्डर के पास एमपी में थे। वहीं से एसटीएफ ने दोनों का पीछा किया और झांसी में मुठभेड़ में दोनों मार गिराया। मुठभेड़ के दौरान असद और गुलाम ने एसटीएफ पर फायर किए।
माफिया अतीक अहमद का बेटा और पांच लाख का इनामी असद उसका साथी गुलाम गुरुवार को झांसी में एसटीएफ की मुठभेड़ में ढेर हो गए। 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की सुलेम सराय में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या की गई थी।
CM योगी ने एसटीएफ की पीठ थपथपाई
एनकाउंटर के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था को लेकर बैठक की। साथ ही यूपी STF के साथ ही DGP, स्पेशल DG लॉ एंड ऑर्डर और पूरी टीम की तारीफ की। प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने मुठभेड़ की जानकारी मुख्यमंत्री को दी। इस पूरे मामले पर CM के सामने रिपोर्ट रखी गई है।
एसटीएफ की अब तक की छानबीन से पता चला था कि हत्या के बाद असद और गुलाम साथ में दिल्ली चले गए थे। वहीं रहते हुए उन्होंने अपने गुर्गों को मेरठ में अतीक के बहनोई अखलाक के घर भेज कर पैसे मंगवाए। करीब 15 दिन तक दिल्ली में रहने के बाद दोनों पश्चिम बंगाल चले गए।
दोनों के पश्चिम बंगाल में होने की सूचना पर पुलिस ने कोलकाता पोर्ट और आसनसोल इलाकों में कई जगह दबिश दी। लेकिन पता चला कि वो वहां से पहले ही निकल चुके हैं। इसके बाद दोनों ने अपना ठिकाना बिहार को बनाया। वो बिहार में लगातार अपना ठिकाना बदलते रहे।
एसटीएफ कई बार असद और गुलाम के बेहद करीब पहुंच गई थी लेकिन हर बार असद ने पुलिस को गच्चा दे दिया। कुछ दिन पहले दोनों की लोकेशन राजस्थान के अजमेर में मिली थी। इसके बाद से ही पुलिस उनका पीछा कर रही थी। बताया जाता है कि बृहस्पतिवार को असद मध्यप्रदेश के रास्ते से झांसी में आया था।
इस बात की भनक यूपी एसटीएफ को लग गई। प्रयागराज यूनिट के प्रभारी नवेंदु सिंह और डिप्टी एसपी विमल की टीम ने झांसी में बृहस्पतिवार को उन्हें घेर लिया। दोनों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया
विदेशी पिस्टल से 40 राउंड किया फायर
माफिया के बेटे असद अहमद और गुलाम ने खुद को पुलिस से घिरा देखकर विदेशी पिस्टल और रिवाल्वर से करीब 40 राउंड फायर किए। एसटीएफ ने जवाबी फायरिंग की, इसमें दोनों को गोली लगी। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
उमेश की मां और पत्नी ने कहा था योगी राज में देर है अंधेर नहीं
असद और गुलाम के एनकाउंटर पर उमेश पाल की पत्नी जया पाल और मां शांति पाल ने कहा कि योगी राज में देर है अंधेर नहीं है। सरकार जो कर ही है अच्छा कर रही है। मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया और कहा कि उन्होंने जो किया वह अच्छा किया है। हमने सब मुख्यमंत्री योगी पर छोड़ दिया है। हमे पहले ही मुख्यमंत्री पर भरोसा था और आगे भी बना रहेगा। मुख्यमंत्री योगी ने अपनी बात को सही साबित किया है। शांति पाल ने मेरे बेटे को सरेआम गोली मारी है। दो पुलिसकर्मियों को मारा है। असद और गुलाम के एनकाउंटर से उनकी आत्मा को कुछ शांति मिलेगी।
वारदात के बाद असद सहित पांच अभियुक्तों पर पांच पांच लाख का इनाम घोषित किया गया था। बताया गया है कि 15 दिन तक दिल्ली में पनाह लेने के बाद भाग निकले थे। मगर दिल्ली में पकड़े गए असलहा तस्कर और ड्राइवर से मिले सुराग के आधार पर डिप्टी एसपी नवेंदु कुमार की टीम ने पूछताछ के बाद दोनों का पीछा किया और मुठभेड़ में मार गिराया।
24 फरवरी को सुलेम सराय में जीटी रोड पर अधिवक्ता उमेश पाल और दो सरकारी गनर पर अतीक अहमद के बेटे असद, गुलाम, साबिर, अरमान और विजय चौधरी उर्फ उस्मान ने ताबड़तोड़ गोली चलाई थी। तथा गुड्डू मुस्लिम ने बम मारे थे।
उमेश पाल हत्यातकांड में इनका भी हुआ एनकाउंटर
बता दें कि उमेश पाल की हत्या के तीसरे रोज पुलिस ने शूटरों की कार के ड्राइवर अरबाज को नेहरू पार्क के जंगल मे मार गिराया था। कुछ दिन बाद एक और शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान कौंधियारा इलाके में एसओजी के साथ एनकाउंटर में मारा गया था। विजय चौधरी उर्फ उस्मान ने ही उमेश पाल को पहली गोली मारी थी।