जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2000 रुपये के नोट को चलन से वापस लेने का फैसला किया है। हालांकि यह वैध मुद्रा बना रहेगा। इस बीच इस फैसले को सोशल मीडिया पर नोटबंदी से जोड़कर देखा जा रहा है। कई यूजर्स ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि अगर ये 2016 की नोटबंदी की तरह ही हुआ तो फिर से कई नियम बदले जा सकते हैं। 2016 लगाई गई नोटबंदी के दौरान 43 दिन में 60 बार नियम बदले गए थे। 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रात 08 बजे देश को संबोधित करते हुए कहा था कि रात 12 बजे से 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट लीगल टेंडर नहीं रहेंगे। 8 नवंबर 2016 से लेकर 21 दिसंबर तक इस दौरान भारतीय रिजर्व बैंक ने नोटबंदी से जुड़े नियमों में 60 बदलाव किया था। कुछ लोगों को परेशानी ना हो, इसलिए सरकार ने कई जगहों पर पुराने नोट चलाने की छूट दी थी लेकिन इसका गलत फायदा उठा जाने लगा, जिसको लेकर सरकार को बार-बार नियम बदलने पड़ रहे थे।
RBI ने 19 मई की रात की कहा कि 2000 रुपये के नोट को चलन से वापस ले लिया गया है। लेकिन फिलहाल ये वैध मुद्रा बना रहेगा। RBI ने कहा कि सभी बैंक 30 सितंबर 2023 तक 2000 रुपये के नोटों के लिए जमा या विनिमय सुविधा प्रदान करेंगे। यानी आप किसी भी बैंक में 30 सितंबर तक 2000 रुपये का नोट जमा करा सकते हैं।