जनजीवन ब्यूरो / बेंगलूरु । कर्नाटक में नवनिर्वाचित कांगेस सरकार का बेंगलुरू के स्टेडियम में शनिवार को भव्य शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर सिद्धारमैया ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और डीके शिवकुमार ने उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। सीएम और डिप्टी सीएम के अलावा आठ विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। कांग्रेस कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 224 विधानसभा सीटों में से 135 सीटों पर जीत हासिल की है। ऐसे में ये जानना खास होगा कि चुनाव जीतने वाले 135 विधायकों में से केवल 8 ही विधायकों को सीएम और डिप्टी सीएम के साथ भव्य शपथ ग्रहण समारोह में मंत्री पद की शपथ दिलवाई गई।
आपको याद हो तो भाजपा और कांग्रेस पार्टी के बीच ये चुनाव जातिगत राजनीति पर केंन्द्रित रहा। दोनों ही पार्टियों की राजनीति कर्नाटक के प्रमुख समुदायों के अलावा दलित और मुस्लिम वोटरों के इर्द-गिर्द घूमती रही। कांग्रेस ने लिंगायत, वोक्कालिगा समुदाय के अलावा दलित और मुस्लिम वोटरों को चुनाव में टॉरगेट किया। जिसकी बदौलत कर्नाटक में ये ऐतिहासिक जीत मिली। अब ऐतिहासिक जीत मिलने के बाद कांग्रेस ने सभी वर्गों और जातियों को ध्यान में रखते हुए कर्नाटक की नवनिर्वाचित कैबिनेट तैयार की है।
कर्नाटक जहां जातिगत राजनीति का बोलबाला रहा है, उस राज्य की नई सरकार में मुख्यमंत्री सिद्धारामैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और बाकी आठ मंत्री किस जाति, समुदाय और धर्म से ताल्लुक रखते हैं इसकी जानकारी बेहद रोचक है।
कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया कुरुबा समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। कर्नाटक में कुरुबा समुदाय का वोट प्रतिशत 9 फीसदी है। डीके शिवकुमार जिन्हें कर्नाटक का उपमुख्यमंत्री बनाया गया है वो वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं। वोक्कालिगा समुदाय इस चुनाव में इसलिए छाया रहा क्योंकि इस समुदाय का वोट प्रतिशत 14 प्रतिशत है। जी परमेश्वर जिन्होंने सिद्धारमैया और डी के शिवकुमार के बाद तीसरे नंबर पर मंत्री पद की शपथ ली वो दलित समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने दलितों का नेता होने के नाते सीएम बनाए जाने की इच्छा भी जाहिर की थी। मंत्री के पद की शपथ लेने वाले एमबी पाटिल लिंगायत समुदाय के नेता हैं, लिंगायत समुदाय चुनावों में छाया रहा और इसकी वजह है कि कर्नाटक में लिंगायत का वोट प्रतिशत 17 फीसदी है। सतीश जरकीहोली मंत्री बनाए गए हैं वो अनुसूचित जाति (st) समुदाय से हैं। प्रियांक खड़गे जो कि कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़बे के बेटे हैं वो दलित समुदाय से हैं। कर्नाटक कांग्रेस सरकार के मंत्री के पद की शपथ लेने वाले विधायक मुनियप्पा दलित समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। वहीं बी जेड जमीर खान ने मंत्री पद की शपथ लेकर मंत्रीमंडल में शामिल हुए वो मुस्लिम ( अल्पसंख्यक) समुदाय से आते हैं। वहीं मंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले जॉर्ज ईसाई धर्म से हैं और कर्नाटक में क्रिश्चियन वोटरों की संख्या अत्यधिक है। इस चुपाव में अल्पसंख्यक वर्ग में आने वाले क्रिश्चियन ने कांग्रेस को खूब वोट दिया है। वहीं सिद्धारमैया की कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ लेने वाले रामलिंगा रेड्डी, कर्नाटक की रेड्डी कत्युनिटी से ताल्लुक रखते हैं। रेड्डी वोटरों की कर्नाटक में अत्यधिक संख्या हैं।