जनजीवन ब्यूरो / कुरुक्षेत्र : हरियाणा के कुरुक्षेत्र में महापंचायत में महिला पहलवानों के लिए खाप पंचायत ने सख्त कदम उठाया है। एक चौंकाने वाली खबर और आई है कि महाराष्ट्र से भाजपा की ही सांसद प्रीतम मुंडे भी महिला पहलवानों का खुलकर समर्थन करते हुए कहा कि महिला पहलवानों की मांग को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। आपको जानकर हैरानी होगी कि प्रीतम मुंडे महिला पहलवानों के समर्थन में आने वाली पहली या अकेली भाजपा सांसद नहीं हैं। उनके अलावा 2 और सांसदों ने भी पहलवानों का समर्थन किया है।
रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे महिला पहलवान पीछे हटने के मूड में नहीं है। हरियाणा से सांसद बृजेंद्र सिंह बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आंदोलन कर रहीं महिला पहलवानों के समर्थन में सबसे पहले उतरने वाले भाजपा सांसद हैं। बीते मंगलवार को जब महिला पहलवानों ने ऐलान किया कि वो अपने मेडल गंगा में बहा देंगी, तो बृजेंद्र सिंह ने कहा कि ये सब जो हो रहा है, बहुत ही दुखदाई और दुर्भाग्यपूर्ण है। बृजेंद्र सिंह ने कहा, ‘इस मामले को उस वक्त ही सुलझा लेना चाहिए था, जब ये पहलवान कुछ महीने पहने धरने पर बैठे थे। ये इंटरनेशनल स्तर पर जीते गए मेडल हैं, जिन्हें पाने में जीवन भर की मेहनत लगती है। कौन होगा, जो इन मेडल को गंगा में फेंकना चाहेगा, जब तक उसे ऐसा करने को मजबूर ना किया जाए।’
महिला पहलवानों के पक्ष में उतरीं प्रीतम मुंडे भाजपा के दिग्गज नेता रहे गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं और महाराष्ट्र की बीड लोकसभा सीट से पार्टी की सांसद हैं। प्रीतम भाजपा की ही कद्दावर नेता पंकजा मुंडे की छोटी बहन हैं। प्रीतम मुंडे ने स्पष्ट कहा, ‘भले ही मैं भाजपा सरकार का हिस्सा हूं, लेकिन इस बात को स्वीकार करना होगा कि पहलवानों के साथ जिस तरह से बातचीत करनी चाहिए थी, वैसे नहीं हुई। महिला पहलवानों की मांग पर ध्यान देना चाहिए।’ सुलतानपुर से ही भाजपा की सांसद मेनका गांधी ने भी महिला पहलवानों के हक में आवाज उठाई है। मेनका गांधी ने कहा उन्हें भरोसा है कि विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को एक ना एक दिन न्याय जरूर मिलेगा।
आपको बता दें कि हाल ही में जब दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने संसद की तरफ मार्च किया तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया और जंतर मंतर से उनके टेंट हटा दिए। इसपर महिला पहलवानों ने ऐलान किया कि वो अपने मेडल हरिद्वार में गंगा नहीं में बहाएंगी। हालांकि भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत ने हरिद्वार पहुंचकर पहलवानों को ऐसा करने से रोका और कहा कि पांच दिन के भीतर इस मामले पर बड़ा फैसला लिया जाएगा।