जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जेडी इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी ने आत्म-परिवर्तन के लिए प्रसिद्ध प्रतिष्ठान ईशा फाउंडेशन के सहयोग से एक मंत्रमुग्ध कर देने वाले योग सत्र का आयोजन किया और तन, मन और आत्मा के एकत्व का उत्सव मनाया। यह सत्र 21 जून 2023 को आयोजित किया गया; जेडी इंस्टीट्यूट से जुड़े सभी लोगों ने इस सत्र में आरोग्य और आंतरिक शांति को गहराई से अनुभव किया। इस सत्र से विद्यार्थियों को दैनिक जीवन में योग का महत्व समझने का मौका मिला।
इस योग सत्र का संचालन ईशा फाउंडेशन के अनुभवी प्रशिक्षकों ने किया, वे विद्यार्थियों को आत्म-खोज और भीतरी परिवर्तन की गहन यात्रा पर ले गए। प्राचीन प्रज्ञा में डूबे सहभागियों ने योग की परिवर्तनकारी शक्ति का जायजा लिया और समग्र कल्याण हेतु इसके महत्वपूर्ण प्रभाव को समझा। और, जैसा कि ईशा फाउंडेशन के संस्थापक और प्रमुख सद्गुरु का कथन है, “हमारा मानना है कि जीवन की गुणवत्ता भौतिक संपत्ति से परे तक जाती है।”
ईशा फाउंडेशन द्वारा संस्थान में संचालित अंतःदृष्टि युक्त इस सत्र के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए जेडी इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी की प्रबंध निदेशक सुश्री रूपल दलाल ने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रतिष्ठित ईशा फाउंडेशन के साथ सहभागिता से हम बहुत प्रसन्न हैं। इस गठबंधन से समग्र विकास और कल्याण को लेकर दोनों संस्थानों की प्रतिबद्धता और ज्यादा पुख्ता हुई है। उनकी उपस्थिति और विशेषज्ञता ने जेडी इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी में हमारे विद्यार्थियों को सही मायनों में एक परिवर्तनकारी अनुभव दिया है। इस योग सत्र से न केवल हमें समग्र कल्याण और आंतरिक शांति की गहरी अनुभूति हुई है बल्कि इससे हमारी रचनात्मकता और हमारे सीखने पर गहरा असर भी होगा। योग के माध्यम से शरीर, मन और आत्मा एक हो जाते हैं; निश्चित रूप से इससे हमारा काम बेहतर होगा और हमारी कलात्मकता में एक सौहार्दपूर्ण संतुलन भी आएगा।”
इस सत्र के दौरान विद्यार्थियों को निर्देशित अभ्यासों की एक श्रृंखला से परिचित कराया गया जिसमें शामिल थेः स्फूर्तिदायक गर्दन का व्यायाम, नई ऊर्जा देने वाला योग नमस्कार, नाद योग की ध्यान कला तथा रूपांतरकारी चित्त शक्ति ध्यान। इन अभ्यासों के फायदे भौतिक क्षेत्र से भी परे तक जाते हैं, जिसमें मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य भी शामिल रहते हैं।
जेडी इंस्टीट्यूट के विद्यार्थियों स्वयं यह महसूस किया कि योग किस तरह से बेचैनी, तनाव व अन्य मनोवैज्ञानिक दबावों में प्रभावी ढंग से राहत प्रदान करता है। योग की प्राचीन विद्या को आधुनिक फैशन जगत के साथ जोड़ कर ये जो अनमोल सीखें मिलीं उन्होंने विद्यार्थियों को संतुलित व सचेत अवस्था में जिंदगी जीने को प्रेरित किया है।