जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : एकबार फिर भारतीय जनता पार्टी ने घिसे पिटे नेता को विधानसभा चुनाव होने वाले राज्यों का प्रभारी नियुक्त कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने चार राज्यों के लिए चुनाव प्रभारी और सह प्रभारी की सूची जारी की है। राजस्थान की कमान केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को दी गई है। छत्तीसगढ़ ओम प्रकाश माथुर, मध्य प्रदेश भूपेंद्र यादव और तेलंगाना का प्रकाश जावड़ेकर को चुनाव प्रभारी बनाया गया है। खासबात यह है कि राजस्थान में दो सह प्रभारी बनाए गए हैं और बाकी तीनों राज्यों में एक-एक सह प्रभारी की नियुक्ति की गई है। इससे साफ होता है कि राजस्थान बीजेपी के लिए काफी कठिन माना जा रहा है।
चुनाव प्रभारियों और सह प्रभारियों की सूची
राजस्थान
- प्रह्लाद जोशी (प्रभारी)
- नितिन पटेल (सह प्रभारी)
- कुलदीप बिश्नोई (सह प्रभारी)
छत्तीसगढ़
- ओम प्रकाश माथुर (प्रभारी)
- डॉ. मनसुख मंडाविया (सह- प्रभारी)
मध्य प्रदेश
- भूपेंद्र यादव (प्रभारी)
- अश्विनी वैष्णव (सह- प्रभारी)
तेलंगाना
- प्रकाश जावड़ेकर (प्रभारी)
- सुनील बंसल (सह-प्रभारी)
राजस्थान : एक प्रभारी और दो सह प्रभारी बनाए गए
कांग्रेस शासित इस राज्य में भाजपा ने केंद्रीय संसदीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को चुनाव प्रभारी बनाया है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की राजनीतिक समझ से बीजेपी के रणनीतिकार भली भांति परिचित हैं। बीजेपी के लिए राजस्थान में चुनाव जीतना टेढ़ी खीर मानी जा रही है इसलिए दो दो सह प्रभारी बनाए गए हैं। जोशी कर्नाटक के विजयपुर में जन्में जोशी पेशे से उद्योगपति हैं। जोशी ने 1992 से 1994 के दौरान कर्नाटक के हुबली ईदगाह मैदान में तिरंगा फहराकर अपना राजनीतिक करियर शुरू किया था। 1998 में उन्हें भाजपा धारवाड़ का जिला महासचिव बनाया गया। 2004 में पहली बार लोकसभा के लिए चुनाव लड़े और कांग्रेस के प्रत्याशी बीएस पाटिल को हराकर सांसद चुन लिए गए। 2009 में दूसरी, 2014 में तीसरी और 2019 में चौथी बार सांसद चुने गए। 2013 में उन्हें कर्नाटक भाजपा का अध्यक्ष भी बनाया गया था। जोशी को इलेक्शन मैनेजमेंट में माहिर माना जाता है। यही कारण है कि जोशी को राजस्थान जैसे बड़े राज्य की जिम्मेदारी दी गई है।
गुजरात के उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल और हरियाणा भाजपा के नेता कुलदीप बिश्नोई को सह प्रभारी बनाया गया है। पटेल ओबीसी समाज से आते हैं और राजस्थान में 50 फीसदी से ज्यादा ओबीसी के वोटर्स हैं। नितिन पटेल ने पीएम मोदी के साथ काम किया है और उनके पास संगठन का काफी अच्छा अनुभव है।
बिश्नोई हरियाणा के पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल के पुत्र हैं। बिश्नोई लंबे समय तक कांग्रेस में रहे हैं। बिश्नोई का प्रबिश्नोई का प्रभाव हरियाणा में कितना है यह सबों के सामने हैं। ऐसे में बिश्नोई बीजेपी के लिए किना कारगर होंगे यह तो समय ही बताएगा।
मध्य प्रदेश: भूपेंद्र को कमान
मध्य प्रदेश में बीजेपी लगमध्य प्रदेश में बीजेपी लगभग दो दशक से सत्ता में काबिज है। सीएम शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता में काफा कमी आ गई है फसलिए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को भाजपा ने मध्य प्रदेश का चुनाव प्रभारी बनाया है। भूपेंद्र राजस्थान के रहने वाले हैं। मोदी कैबिनेट में अभी वह श्रम एवं रोजगार मंत्री हैं। भूपेंद्र आरएसएस के स्वयंसेवी रहे हैं। संगठन में भूपेंद्र यादव की अच्छी पकड़ है। इसके अलावा संघ से जुड़े होने के नाते उन्हें स्वयंसेवियों की भी अच्छी मदद मिल जाती है।
भूपेंद्र यादव के साथ केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को सह प्रभारी बनाया गया है। यूं तो अश्विनी के पास राजनीतिक का ज्यादा अनुभव नहीं है, लेकिन वह प्रशासन के मामले में बड़े खिलाड़ी मानते जाते हैं। अफसर से नेता बने अश्विनी वैष्णव अपने प्रभासनिक अनुभवों के जरिए भी मध्य प्रदेश में बड़ा उलटफेर कर सकते हैं।
छत्तीसगढ़: माथुर को बनाया गया चुनाव प्रभारी, मंडाविया होंगे सह प्रभारी
छत्तीसगढ़ के चुनाव प्रभारी बनाए गए ओम प्रकाश माथुर राजस्थान के रहने वाले हैं। वर्तमान में वे राजस्थान से ही राज्यसभा के सांसद है। इससे पहले वे राजस्थान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। माथुर के लिए छत्तीसगढ़ पुराना नहीं है। वह पिछले साल ही छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रभारी बनाए गए थे।
इसके पहले ओमप्रकाश माथुर उत्तर प्रदेश, गुजरात व महाराष्ट्र के प्रभारी भी रह चुके हैं। माथुर के पास संगठन और संघ का अच्छा अनुभव है। यही कारण है कि भाजपा ने छत्तीसगढ़ की कमान ओम प्रकाश माथुर को सौंप दी है।
माथुर के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को सह प्रभारी बनाया गया है। मंडाविया के पास भी संगठन और सरकार का लंबा अनुभव है। गुजरात से राज्यसभा के सांसद मंडाविया 2002 में पहली बार विधायक बने थे। इसके बाद से वह कई अहम पदों की जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
तेलंगाना : प्रकाश जावड़ेकर को मिली कमान, सुनील बंसल सह प्रभारी
दक्षिण में इकलौते राज्य कर्नाटक को हारने के बाद भाजपा की नजर तेलंगाना पर है। यहां पार्टी ने पूरा जोर लगा दिया है। यही कारण है कि राज्य में भाजपा ने दो दिग्गज नेताओं को चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को चुनाव प्रभारी बनाया गया है। महाराष्ट्र से ताल्लुक रखने वाले जावड़ेकर के पास भी सरकार चलाने से लेकर संगठन संभालने तक का अच्छा अनुभव है। वहीं, सुनील बंसल को सह प्रभारी बनाया गया है। बंसल यूपी और पश्चिम बंगाल जैसे बड़े राज्यों के प्रभारी रह चुके हैं। बंसल के पास संगठन के विस्तार और मजबूत करने का अच्छा अनुभव है।