जनजीवन ब्यूरो / चेन्नैय : लखनऊ से रामेश्वरम जा रही ट्रेन के टूरिस्ट कोच में लगी आग, 10 यात्रियों की मौत सीतापुर से रामेश्वरम का टूर इस हादसे की वजह रेलवे कोच के अंदर सिलेंडर का इस्तेमाल करना था। बताया जा रहा है कि कोच के अंदर कॉफी बनाते समय सिलेंडर ने आग पकड़ी, जो देखते ही देखते पूरे कोच में फैल गई। इस कोच में सवार सभी 63 लोग यूपी के रहने वाले थे। इस कोच का टूर सीतापुर से रामेश्वरम के लिए टूर गया था। प्राइवेट कोच 17 अगस्त को लखनऊ से चला था, जिसे वापस 30 अगस्त को लौटना था।
हादसे की वजह अवैध रूप से लाया गया गैस सिलेंडर
बताया गया कि यह एक प्राइवेट पार्टी कोच था। इसे 25 अगस्त को नागरकोविल जंक्शन पर ट्रेन संख्या 16730 (पुनालुर-मदुरै एक्सप्रेस) में जोड़ा गया था। डिब्बे को अलग कर मदुरै रेलवे स्टेशन पर खड़ा किया गया था। इस डिब्बे में यात्री अवैध रूप से गैस सिलेंडर लेकर आए थे। इसी वजह से आग लगी। आग लगने की भनक मिलने पर कई यात्री कोच से बाहर निकल गए। कुछ यात्री प्लेटफार्म पर ही उतर गए थे।
तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन के प्राइवेट कोच में आग लगने की घटना में यात्रियों की मौत का आंकड़ा 9 हो गया है। जबकि घायलों की संख्या 50 हैं। हादसा शनिवार सुबह 5.15 बजे हुआ। जिस कोच में आग लगी है वो यूपी के 63 लोगों का प्राइवेट कोच था, जो यार्ड में खड़ा था। आग से झुलसे लोगों को गवर्नमेंट राजाजी कॉलेज मदुरै में भर्ती करवाया गया है, जहां कुछ लोगों से जब घटना के बारे में बात की तो उन्होंने डरा देने वाली आपबीती बताई। घायलों के मुताबिक कोच के गेट बंद थे, जिससे अंदर अफरा-तफरी मच गई।
हादसे पर तमिलनाडु के मंत्री मा. सुब्रमण्यम ने कहा कि इस घटना में 9 लोगों की मृत्यु हुई है, जिनमें से चार लोगों की पहचान हो गई है। घायलों का इलाज चल रहा है। पोस्टमॉर्टम के बाद शवों को उनके गृहनगर भेजा जाएगा। हम उत्तर प्रदेश सरकार से बात कर रहे हैं। सुबह सवा रात बजे बुझी आग दक्षिणी रेलवे अधिकारियों के मुताबिक हादसा पुनालुर-मदुरै एक्सप्रेस में आज सुबह 5:15 बजे मदुरै यार्ड में निजी/व्यक्तिगत कोच में आग लगी। हादसे के बाद करीब 5 बजकर 45 मिनट पर फायर टीम पहुंची और उसने 7 बजकर 15 मिनट पर आग पर काबू पाया। ऐसे में अस्पताल में घायल लोगों से जब हादसे के बारे में बताया वो काफी खौफनाक था। घायल अशोक ने कहा कि हम सो रहे थे और जैसे आग लगी तो हम उठे और भागे, तो चारों तरफ से खिड़कियां और दरवाजे बंद थे। चाबी भी नहीं मिल रही थी, एक दरवाजा खुला, जिससे जो लोग निकल पाए वो निकल पाए।” वहीं एक और घायल महिला ने रेखा ने बताया कि “मैं बीच वाली सीट पर लेटी था और आग लगने की आवाज सुनी… हम सभी तुरंत भागे और गेट के पास पहुंचे, लेकिन वह बंद था। फिर हमने किसी तरह उसे खोला। जो पीछे थे वे भागे और जो बीच में बैठे थे वो फंस गए।’
जानकारी के मुताबिक हादसे वाले प्राइवेट कोच शुक्रवार को नागरकोल जंक्शन पर पुनालूर-मदुरै एक्सप्रेस (16730) में जोड़ा गया था। जो शनिवार सुबह 3 बजकर 47 मिनट पर मदुरै रेलवे स्टेशन पहुंचा था। वहां इस निजी कोच को ट्रेन से अलग कर दिया गया था।
रामेश्वरम जा रही थी ट्रेन
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, ट्रेन रामेश्वरम जा रही थी। इसका नाम पुनालुर मदुरै एक्सप्रेस बताया जा रहा है। आग की चपेट में आने वाले कोच में ज्यादातर यात्री लखनऊ से सवार हुए थे। जान गंवाने वालों में ज्यादातर लोग उत्तर प्रदेश के ही हैं। आग लगने की घटना की सूचना सुबह करीब 5.15 बजे मिली। उस वक्त ट्रेन मदुरै यार्ड जंक्शन पर रुकी थी। सुबह सात बजकर 15 मिनट पर लपटों पर काबू पा लिया गया। अन्य डिब्बों को कोई नुकसान नहीं हुआ है।
17 अगस्त को लखनऊ से यात्रा शुरू की थी
डिब्बे में सवार यात्रियों ने 17 अगस्त को लखनऊ से यात्रा शुरू की थी। उनका 27 अगस्त को चेन्नई जाने का कार्यक्रम था। चेन्नई से उनकी लखनऊ लौटने की योजना थी। घटनास्थल पर बिखरे हुए सामान में एक सिलेंडर और आलू की एक बोरी मिली है। इससे पता चलता है कि डिब्बे में खाना पकाया जा रहा था।
कोच में तीर्थयात्री थे
मदुरै की जिला कलेक्टर एमएस संगीता ने कहा कि आज सुबह 5:30 बजे मदुरै रेलवे स्टेशन पर कोच में आग लगने की घटना हुई। कोच में तीर्थयात्री थे और वे उत्तर प्रदेश से यात्रा कर रहे थे। आज सुबह जब उन्होंने कॉफी बनाने के लिए गैस स्टोव जलाने की कोशिश की, तो सिलेंडर में विस्फोट हो गया। 55 लोगों को रेस्क्यू किया गया है और अब तक 10 शव निकाले गए हैं। बचाव अभियान जारी है।
स्टालिन ने हादसे पर दुख जताया
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने हादसे पर दुख जताया और मृतकों के परिवार को तीन लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषण की। तमिलनाडु के मंत्री मा. सुब्रमण्यम ने बताया कि इस घटना में 9-10 लोगों की मृत्यु हुई है, जिनमें से चार लोगों की पहचान हो गई है। घायलों का इलाज चल रहा है। पोस्टमॉर्टम के बाद शवों को उनके गृहनगर भेजा जाएगा। हम उत्तर प्रदेश सरकार से बात कर रहे हैं।