जनजीवन ब्यूरो / डबवाली: पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल पर प्लॉट खरीद मामले में केस दर्ज करने के बाद विजिलेंस ब्यूरो ने उनकी गिरफ्तारी के लिए कोशिशें तेज कर दी हैं। सोमवार देर शाम पंजाब विजिलेंस ने मुक्तसर के गांव बादल में मनप्रीत के आवास पर छापा मारा। विजिलेंस टीम ने करीब एक घंटे तक वहां जांच की।
छापेमारी के बाद जांच अधिकारी डीएसपी कुलवंत सिंह ने मीडिया बातचीत में कहा कि वह और उनकी टीम यहां मनप्रीत बादल की गिरफ्तारी के लिए पहुंचे थे, लेकिन वह यहां नहीं मिले। यहां जांच में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। उन्होंने कहा कि मनप्रीत बादल की तलाश में विभिन्न जगहों पर छापेमारी की जा रही है।
यह मामला बठिंडा के माडल टाउन फेज-1 के नजदीक 1560 वर्ग गज के दो प्लाटों की खरीद से जुड़ा है। मनप्रीत पर आरोप है कि वर्ष 2018 से 2021 तक राज्य के वित्त मंत्री रहते हुए उन्होंने अपने सियासी दबाव व प्रभाव से प्लॉट खरीदे, जिससे सरकारी खजाने को करीब 65 लाख रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ। विजिलेंस इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। बठिंडा शहरी के पूर्व विधायक सरूप चंद सिंगला ने मामले में शिकायत दी थी। गांव बादल में छापे के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था दिखी। विजिलेंस टीम पांच गाड़ियों में डीएसपी गुरदेव भल्ला के नेतृत्व में पहुंची। जांच अधिकारी डीएसपी कुलवंत सिंह समेत अन्य अधिकारी टीम में शामिल थे। सुरक्षा प्रबंधों के लिए लंबी सब-डिवीजन के डीएसपी जसपाल सिंह धालीवाल, किलियांवाली थाना के प्रमुख करमजीत सिंह व लंबी थाना के प्रभारीरविन्द्र कुमार मौजूद थे।
जांच के बाद दर्ज हुआ केस
डीएसपी कुलवंत सिंह ने बताया कि पड़ताल के बाद मुकदमा दर्ज हुआ है। मनप्रीत बादल द्वारा दायर अग्रिम जमानत की अर्जी पर मंगलवार को अदालत में सुनवाई के बारे डीएसपी ने कहा कि विजिलेंस द्वारा कोर्ट में अर्जी का विरोध किया जाएगा।
छापे से पहले प्रचार!
मनप्रीत बादल की गिरफ्तारी के लिए विजिलेंस छापेमारी का अग्रिम प्रचार खूब चर्चा में है। छापेमारी से कई घंटे पहले ही इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर छापेमारी संबंधित रिपोर्टें प्रसारित हो रही थीं। चर्चा है कि प्लाॅट मामले में सरकारी तंत्र मनप्रीत बादल की गिरफ्तारी की अपेक्षा, उनकी ‘भागदौड़’ करवाने के ज्यादा मूड में है।