जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । Madhya Pradesh Assembly Election 2023 : मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपनी एक और सूची जारी कर दी। इस सूची में 92 नामों की घोषणा की गई है। चुनाव केंद्रीय समिति की बैठक में शेष 94 नामों पर चर्चा हुई है। इसके बाद ये सूची जारी की गई।
बता दें कि भाजपा अब तक कुल 228 नाम पर मुहर लगा चुकी है। 2 सीटों पर नामों का एलान होना बाकी है। गौरतलब है कि भाजपा ने 17 अगस्त को पहली सूची जारी की थी। इसमें 39 नाम थे। फिर दूसरी सूची में भी 39 नाम सामने आए थे। इसमें तीन केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों को टिकट दिए थे। इस सूची में तीन विधायकों के टिकट काट दिए थे। तीसरी सूची में एक नाम था। चुनावों की तारीख घोषित होते ही भाजपा ने चौथी सूची जारी की थी। चौथी सूची में भाजपा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत 25 मंत्रियों को टिकट दिए थे। 57 प्रत्याशियों की इस सूची में सभी वर्तमान विधायकों को टिकट दिए गए। अब पांचवीं सूची जारी की है। पांचवीं सूची भी कई दिनों से टल रही थी। लगातार कई बैठकों के बाद पांचवी सूची सामने आई है। कई लोग इसे भाजपा की रणनीति भी बता रहे हैं। कहना है कि कांग्रेस की सूची का इंतजार किया जा रहा था।
शिवराज सिंह बोले, कांग्रेस में सिर्फ बेटों के भविष्य बनाने की लगी है होड़
मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दल सत्ता के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं। तमाम दलों के स्टार प्रचारक अपनी-अपनी पार्टी की जीत का दावा लिए राज्य में प्रचार प्रसार कर रहे हैं। आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति के बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर हमला बोला है। अपने बयान में उन्होंने कहा, लगता है कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने टिकट बांटने की फ्रेंचाइजी कमलनाथ को दे दी है। कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, फ्रेंचाइजी लेने के बाद कमलनाथ किसी की भी नहीं सुन रहे हैं। वह सिर्फ अपने बेटे नकुलनाथ को स्थापित करने में लगे हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ दिग्विजय सिंह अपने बेटे जयवर्धन को स्थापित करने में लगे हुए हैं। लगता है कि कांग्रेस के लिए इस चुनाव का उद्देश्य सिर्फ जयवर्धन सिंह और नकुलनाथ के भविष्य को बनाना है।