जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे इस मुद्दे पर राजनीति भी खूब हो रही है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भाजपा लोकसभा चुनाव के लिए मुद्दा बना रही है।
इसके अलावा 22 जनवरी को अयोध्या जाने के निमंत्रण को लेकर भी खूब राजनीति हो रही है। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में निमंत्रण भेजा गया, लेकिन उन्होंने परोक्ष रूप से निमंत्रण अस्वीकार्य कर दिया है।
सपा नेता ने कहा,”हम जिन्हें जानते नहीं हैं, उन्हें न तो निमंत्रण देते हैं और न ही उनसे कोई निमंत्रण स्वीकार करते हैं। बता दें कि हम जिन्हें जानते नहीं हैं, उन्हें न तो निमंत्रण देते हैं और न ही उनसे कोई निमंत्रण स्वीकार करते हैं।”
कांग्रेस नेता ने अखिलेश यादव पर कसा तंज
अखिलेश यादव की इस टिप्पणी पर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने टिप्पणी की है। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा,”राम नाम से इतना बैर ठीक नहीं है अखिलेश यादव जी। जाते या ना जाते निमंत्रण तो ना ठुकराते।”
बता दें कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या लगातार हिंदू विरोधी टिप्पणी करते आ रहे हैं। उनकी टिप्पणियों से सनातन धर्म को मानने वाले लोग आहत हैं, लेकिन अब तक अखिलेश यादव की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।
विक्रम वेताल की तरह सपा और स्वामी प्रसाद की कहानी: आचार्य प्रमोद
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने कहा,”समाजवादी पार्टी (सपा) और स्वामी प्रसाद मौर्य की कहानी विक्रम-बेताल की तरह है। स्वामी प्रसाद मौर्य का भूत अखिलेश यादव के ऊपर चढ़ के बैठ गया है। सच तो यह है कि अखिलेश यादव स्वामी प्रसाद मौर्य से डरते हैं। वह जानते हैं कि मौर्य भाजपाई हैं और उनके बयानों से उनकी पार्टी (सपा) को हर दिन नुकसान हो रहा है और उसे खत्म किया जा रहा है।”
कांग्रेस नेता ने आगे कहा,” वह जानते हैं कि अगर स्वामी प्रसाद मौर्य इसी तरह बोलते रहे तो भाजपा को कोई नहीं रोक सकता। उत्तर प्रदेश में सत्ता में आना। फिर भी मैं उनकी मजबूरी को नहीं समझता। यह समाजवादी पार्टी (सपा) के लिए घातक साबित होगा। अगर वास्तव में बीजेपी को चुनौती देनी है, अगर नरेंद्र मोदी को चुनौती देनी है 2024 के चुनाव में उन्हें राहुल गांधी के नेतृत्व में आना होगा।”
मेरे लिए पीडीए भगवान: अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) को अपना भगवान बताया है। वहीं सपा दफ्तर के बाहर भगवान राम की होर्डिंग लग गई हैं। इसमें अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की तस्वीर है और लिखा हुआ है आ रहे हैं हमारे आराध्य प्रभु श्रीराम। इसे सपा युवजन सभा के पूर्व सचिव आशुतोष सिंह ने लगाया है। इसमें अखिलेश यादव की तस्वीर भी लगी हुई है।
ममता बनर्जी ने राम मंदिर को लेकर भाजपा पर साधा निशाना
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को भाजपा पर राम मंदिर को लेकर निशाना साधा है। सीएम ममता ने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के जरिए ‘नौटंकी’ कर रही है।
मता बनर्जी ने आगे कहा,”मैं उस उत्सव पर विश्वास रखती हूं जो सभी को साथ लेकर चले, सबके बारे में बात करे। आपको जो करना है करिए, आप चुनाव से पहले नौटंकी कर रहे हैं करिए, मुझे कोई दिक्कत नहीं है लेकिन दूसरे समुदाय के लोगों की अवहेलना करना सही नहीं है। मैं ईश्वर-अल्लाह की कसम खाकर कहती हूं कि जब तक मैं रहूंगी तब तक कभी हिंदू-मुसलमान में भेदभाव करने नहीं दूंगी।”
इन विपक्षी नेताओं को मिला निमंत्रण
बता दें कि श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, नीतीश कुमार सहित कई विपक्षी नेताओं को निमंत्रण भेजा गया है। बताते चलें कि इस प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पीएम मोदी मुख्य यजमान होंगे।