अमलेंदु भूषण खां / नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने 15 राज्यों की 56 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव तारीख की घोषणा की। चुनाव 27 फरवरी को होंगे और वोटों की गिनती भी उसी दिन होगी। 56 सदस्यों का कार्यकाल अप्रैल, 2024 में उनकी सेवानिवृत्ति पर समाप्त होने वाला है। नामांकन 8 फरवरी से शुरू होंगे। राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 15 फरवरी है। नामांकन पत्रों की जांच 16 फरवरी को होगी। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 20 फरवरी रखी गई है। मतदान 27 फरवरी को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे के बीच होगा और वोटों की गिनती उसी दिन शाम 5 बजे होगी। इसमें राजस्थान से भी 3 राज्यसभा सांसद का कार्यकाल भी शामिल है। इन सभी सांसदों का कार्यकाल 2 अप्रैल 2024 को समाप्त हो जाएगा। बिहार, महाराष्ट्र में सियासी उलटफेर और पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद नए समीकरण बन गए हैं। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जीत के बाद ऐसी संभावना जताई गई कि राज्यसभा में बीजेपी को ज्यादा फायदा होगा। मगर ऐसा नहीं है। 15 राज्यों में मौजूदा विधायकों के आधार पर बीजेपी के सांसदों की संख्या में बड़ा बदलाव नहीं होगा।
इस सूची में केंद्रीय श्रम एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव का कार्यकाल भी है। इसके अलावा राजस्थान से पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह और किरोड़ी लाल मीणा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। हलांकि किरोड़ी लाल मीणा अभी राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में विधायक बने है और राज्य में मंत्री है।
अप्रैल में समाप्त होने वाले कार्यकाल में 9 मंत्री हैं। इसमें महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और गुजरात से 2-2, राजस्थान, उड़ीसा और कर्नाटक से एक-एक राज्यसभा सदस्य हैं। अप्रैल में कार्यकाल समाप्त होने वाले मंत्रियों में धर्मेंद्र प्रधान और एल मुरूगन मध्यप्रदेश से, नारायण राणे और वी मुरलीधरन महाराष्ट्र से, गुजरात से मनसुख मंडाविया और पुरूषोत्तम रूपाला, राजस्थान से भूपेंद्र यादव, उड़ीसा से अश्विनी वैष्णव, कर्नाटक से राजीव चंद्रशेखर का नाम शामिल है।
चुनाव आयोग के मुताबिक 2 अप्रैल को समाप्त होने वाले राज्यसभा सांसदों के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश से 10, महाराष्ट्र और बिहार से 6-6, मध्यप्रदेश और पश्चिम बंगाल से 5-5, कर्नाटक और गुजरात से 4-4, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान और उड़ीसा से 3-3, छत्तीसगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से एक-एक सीट शामिल है। इसमें उ़ड़ीसा की तीनों सीट 3 अप्रैल को खाली होगी जबकि बाकी राज्यों की सीट 2 अप्रैल को खाली हो जाएगी। चुनाव आयोग ने इन सभी 56 सीटों के लिए चुनाव की घोषणा कर दी है।
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सेवानिवृत होने वाले सांसदों में भाजपा अध्यक्ष की सीट भी
2 अप्रैल को राज्यसभा से सेवानिवृत होने वाले सदस्यों में भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा की भी सीट है। जो हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा सदस्य चुन कर आए हैं। इसके अलावा आंध्र प्रदेश से तेलगुदेश पार्टी के रविंद्र कुमार कनकमेदला, भाजपा के डॉ सीएम रमेश, वाईएसआर कांग्रेस के प्रभाकर रेड्डी, बिहार में राजद से मनोज कुमार झा, अहमद अशफाक करीम, जदयू से अनिल प्रसाद हेगड़े और वशिष्ठ नारायण सिंह, भाजपा से सुशील कुमार मोदी, कांग्रेस से अखिलेश प्रसाद सिंह, छत्तीसगढ़ से भाजपा की सरोज पांडे, गुजरात से भाजपा के मनसुख मंडाविया, पुरूषोत्तम रूपाला, कांग्रेस के नारायण भाई जे रठावा और आमी याज्ञनिक, हरियाणा से भाजपा डी पी वत्स, हिमाचल प्रदेश से जे पी नड्डा, उत्तराखंड से अनिल बलूनी, कर्नाटक से कांग्रेस के नासिर हुसैन, एल हनुमनथैया, जी सी चंद्रशेखर और भाजपा के राजीव चंद्रशेखर, मध्यप्रदेश से भाजपा के धर्मेंद्र प्रधान, एल मुरूगन, कैलाश सोनी, अजय प्रताप सिंह हैं। वहीं कांग्रेस से राजमणि पटेल हैं। इसी प्रकार महाराष्ट्र से भाजपा के नारायण राणे, वी मुरलीधरन, प्रकाश जावड़ेकर हैं। वहीं कांग्रेस के कुमार केतकर, एनसीपी वंदना चौहान और शिव सेना के अनिल देसाई, तेलंगाना से बीआरएस के संतोष कुमार, रविचंद्र वद्दीराजू और बी लिंगैया हैं। वहीं उत्तर प्रदेश से भाजपा के अनिल अग्रवाल, अशोक वाजपेई, अनिल जैन, कांता कर्दम, सकलदीप राजभर, जी वी एल नरसिंहाराव, विजयपाल सिंह तोमर, सुधांशु त्रिवेदी और हरनाथ सिंह यादव हैं। वहीं सपा से जया बच्चन का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है। इसी तरह पश्चिम बंगाल से तृणमूल के अबीर रंजन विश्वास, सुभाशीष चक्रवर्ती, मोहम्मद नजीमुलहक और शांतनु सेन हैं। इसके अलावा कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी का कार्यकाल भी अप्रैल में ही समाप्त हो रहा है। इसके साथ ही उड़ीसा से भाजपा के अश्विनी वैष्णव के अलावा बीजद के प्रशांत नंदा और अमर पटनायक का नाम शामिल है। इसके अलावा राजस्थान से कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अलावा भाजपा से भूपेंद्र यादव और किरोड़ी लाल मीणा का कार्यकाल अप्रैल माह में समाप्त हो रहा है।
अभी राज्यसभा में बीजेपी के 93 और कांग्रेस के 30 सांसद
238 सदस्यों वाली राज्यसभा में बीजेपी और एनडीए के पास पूर्ण बहुमत नहीं है। एनडीए के पास 109 और इंडिया गठबंधन के पास 89 सीटें हैं। बाकी बची सीटें बीजेडी, वाईएसआर कांग्रेस, टीडीपी, सपा, आरएलडी और बीआरएस के पास है। राज्यसभा में अभी बीजेपी के 93 और कांग्रेस के 30 सांसद हैं। तृणमूल कांग्रेस के पास 13, आम आदमी पार्टी और डीएमके के पास 10-10 सीटें हैं। बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस के 9 राज्यसभा सांसद हैं। अभी आरजेडी के 6 और बीआरएस के 7 सांसद हैं। अप्रैल में 56 सीटें खाली होने वाली है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, अनिल बलूनी, मनसुख मंडाविया, प्रकाश जावेडकर, अश्विनी वैष्णव, भूपेंद्र यादव, वी मुरली धरन, नारायण राणे जैसे दिग्गज समेत पार्टी के 28 सांसद की विदाई होगी। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, इस बार पार्टी नए चेहरों को राज्यसभा भेज सकती है। केंद्रीय मंत्री रहे नेताओं को लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारा जाएगा। कांग्रेस नेता और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी रिटायर होने वाले हैं। यह उनकी राजनीति की आखिरी पारी हो सकती है। इसके अलावा सपा सांसद जया बच्चन भी अप्रैल में रिटायर हो जाएंगी।
राज्यसभा चुनाव 2024
राज्यसभा में 56 सीटों का हिसाब | ||||
राज्य | रिक्त सीट | किसके खाते में जाएंगी सीटें | ||
उत्तर प्रदेश | 10 | बीजेपी-7, समाजवादी पार्टी -3 | ||
बिहार | 6 | बीजेपी- 2, आरजेडी-2, जेडीयू-1, कांग्रेस-1 | ||
महाराष्ट्र | 6 | बीजेपी-3, शिवसेना(शिंदे) -1, एनसीपी (अजित)-1, कांग्रेस-1 | ||
मध्यप्रदेश | 5 | बीजेपी-4, कांग्रेस-1 | ||
राजस्थान | 3 | बीजेपी -2, कांग्रेस-1 | ||
छत्तीसगढ़ | 1 | बीजेपी-1 | ||
उत्तराखंड | 1 | बीजेपी-1 | ||
हरियाणा | 1 | बीजेपी-1 | ||
कर्नाटक | 4 | बीजेपी-1, कांग्रेस -3 | ||
पश्चिम बंगाल | 5 | बीजेपी-1, टीएमसी -4 | ||
गुजरात | 4 | बीजेपी-4 | ||
तेलंगाना | 3 | कांग्रेस-2, बीआरएस-1 | ||
आंध्रप्रदेश | 3 | वाईएसआर कांग्रेस-3 | ||
ओडिशा | 3 | बीजेडी -3 | ||
हिमाचल प्रदेश | 1 | कांग्रेस-1 |
राज्यसभा में बीजेपी की सेहत पर नहीं पड़ेगा फर्क
कर्नाटक और तेलंगाना में जीत हासिल करने के बाद भी राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को दो सीटों का नुकसान होगा, जबकि भाजपा सदस्यों की संख्या उतनी ही रहेगी। सबसे बड़ा नुकसान के.चंद्रशेखर राव की पार्टी बीआएस को होगी। तेलंगाना चुनाव हारने के बाद अब दो सीटें कांग्रेस के खाते में चली जाएगी। यूपी विधानसभा में बेहतर प्रदर्शन के बाद भी बीजेपी को दो सीटों का नुकसान होगा। विधानसभा में बीजेपी के 255 सदस्य हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 312 सीटें मिली थीं। 2022 में बीजेपी ने 55 सीटें गंवा दी, जबकि अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने कुल 111 सीटें जीतीं। सपा ने नई 64 सीटों पर कब्जा किया। इसका फायदा उसे राज्यसभा चुनाव में मिलेगा। यूपी से खाली हुई 10 सीटों में से 3 सपा और 7 बीजेपी के खाते में जाएगी। उत्तराखंड, हरियाणा और छत्तीसगढ़ की एक-एक सीट बीजेपी के पास ही रहेगी।
महाराष्ट्र में खेल, ओडिशा और आंध्र में बीजेपी को नुकसान
नीतीश कुमार के पलटी मारने से बीजेपी को खास फायदा नहीं होगा। वहां खाली होने वाली 6 सीटों में से दो बीजेपी, दो आरजेडी, एक जेडी यू और एक कांग्रेस के खाते में ही जाएगा। महाराष्ट्र में भी 6 सीटें खाली हो रही हैं, जहां महायुति में शामिल अजित पवार और एकनाथ शिंदे भी अपने गुट के लिए राज्यसभा सीट चाहते हैं। संख्या बल के आधार पर महायुति को 5 और कांग्रेस को एक सीट मिल सकती है। विधानसभा चुनाव जीतने के बाद भी फिलहाल इस चुनाव में बीजेपी को मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में खास फायदा नहीं होगा। मध्यप्रदेश में बीजेपी के चार सांसद रिटायर हो रहे हैं। इस चुनाव में वह चार लोगों को ही राज्यसभा भेज सकती है। एक सीट कांग्रेस के खाते में रहेगी। राजस्थान में भी दो बीजेपी और एक कांग्रेस सांसद रिटायर हो रहे हैं। यहां भी बीजेपी-कांग्रेस का रिजल्ट 2-1 ही रहेगा। पश्चिम बंगाल में खाली होने वाली पांच सीटों में चार पर टीएमसी और एक पर कांग्रेस काबिज थी। इस बार कांग्रेस को नुकसान होगा। पांचवीं सीट विधानसभा में विपक्षी दल बनी बीजेपी के पास ट्रांसफर हो गई है। विधानसभा चुनाव से पहले ओडिशा में बीजेडी को 3 राज्यसभा सीटों पर कब्जा करेगी। ऐसा ही आंध्र प्रदेश में होगा, जहां जगनमोहन रेड्डी अपने तीन समर्थकों को राज्यसभा भेजेंगे। हिमाचल प्रदेश से कांग्रेस एक सांसद को चुनेगी।