जनजीवन ब्यूरो / लखनऊः लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारियों को धार देने में जुट गए हैं। वहीं, चुनाव लड़ने की आस जगाए बैठे नेता भी कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते हैं। इसी बीच यूपी में हो रहे राज्यसभा चुनाव में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है। कल तक जो विधायक अपनी पार्टी नेता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे थे और आगामी लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को केंद्र की सत्ता से उखाड़ फेंकने की बात कर रहे थे, आज राज्यसभा की वोटिंग के दौरान वो विधायक अपनी पार्टी से बगावत करते दिख रहे हैं। इनमें से एक सपा विधायक मनोज पांडेय ने पार्टी के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा देकर अखिलेश यादव को गहरा झटका दे दिया है। इसके बाद से सपा विधायक को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं चलने लगी हैं।
इसी बीच यूपी विधानसभा से एक तस्वीर सामने आई है जिसमें उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के साथ समाजवादी पार्टी के बागी विधायक विक्ट्री का साइन दिखाते नजर आ रहे हैं। इसमें सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह, राकेश पांडे, अभय सिंह, मनोज पांडे, पूजा पाल, विनोद चतुर्वेदी, महराजी प्रजापति और आशुतोष मौर्य खड़े दिखाई दे रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक सपा के सभी बागी विधायकों को मतदान के लिए अपने साथ ले गए थे। सपा के इन सभी विधायकों ने बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में वोट किया है। वहीं सपा विधायक व अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल ने सपा कैंडिडेट को वोट करने का दावा किया है। सूत्रों के अनुसार सुभासपा के दो विधायकों के क्रॉस वोटिंग की है। जबकि सपा के 8 विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने का दावा किया जा रहा है। इस तरह बीजेपी उम्मीदवार संजय सेठ की जीत लगभग तय मानी जा रही है।
वहीं उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि हमारे आठों प्रत्याशी जीत रहे हैं, सभी मतदाताओं और विधायकों का समर्थन और आशीर्वाद भाजपा के साथ है। उधर सूत्रों का दावा है कि रायबरेली की ऊंचाहार विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक मनोज कुमार पांडेय को रायबरेली सीट से मौका दिया जा सकता है। बताया जा रहा है कि मनोज पांडेय बीते कुछ दिनों से समाजवादी पार्टी के संपर्क में नहीं थे। ना ही सोमवार को समाजवादी पार्टी की ओर से बुलाई गई विधायकों की बैठक और डिनर में शामिल हुए थे। मनोज पांडेय के अलावा सपा विधायक अभय सिंह, राकेश प्रताप सिंह, राकेश पांडेय समेत अन्य विधायक भी इस बैठक में शामिल नहीं हुए थे। इन विधायकों के बैठक में ना शामिल होने के बाद से क्रॉस वोटिंग का खतरा सताने लगा था।
इसी बीच मंगलवार को राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग शुरू होते ही सपा विधायक मनोज पांडेय के पार्टी के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा देते ही मानो क्रॉस वोटिंग के कयासों पर अंतिम मुहर लगा दी हो। मनोज पांडेय के अलावा सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने भी अंतरात्मा की आवाज पर वोट करने की बात कहकर क्रॉस वोटिंग की अटकलों को हवा दे दी है। उधर वोटिंग के दिन सपा विधायक अभय सिंह ने भी अपने फेसबुक पर जय श्रीराम लिखकर अपने इरादे क्लियर कर दिए हैं। अभय सिंह, राकेश प्रताप सिंह समेत अन्य सपा विधायक जिनके क्रॉस वोटिंग करने के दावे किए जा रहे हैं। उन्हें आने वाले समय में उचित इनाम मिल सकता है। मनोज पांडेय को बीजेपी रायबरेली से उम्मीदवार बना सकती है।