जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के वल्लभ भवन (मंत्रालय) में लगी आग बढ़ती ही जा रही है। आग पर काबू पाने के लिए भारतीय सेना को बुलाया गया है। बताया जा रहा है कि बिल्डिंग के 45 से अधिक कमरों तक आग पहुंच गई है। फायर विभाग और सेना की मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन ये आग बिल्डिंग के दूसरे कमरों तक फैल रही है।
शनिवार सुबह मंत्रालय वल्लभ भवन में आग लग गई। ये आग बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर लगी थी, जो थोड़ी देर में ही पूरे भवन में फैल गई। ये आग गेट नंबर 5 और 6 के बीच बड़ी बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर लगी थी
आग लगने की जानकारी मिलते ही दमकल विभाग की कई टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने की कोशिश की।
जोन-2 DCP श्रद्धा तिवारी के अनुसार, दूसरी और तीसरी मंजिल पर लगी आग को तो बुझा लिया गया, लेकिन चौथी मंजिल पर आग तेजी से फैल गई। उन्होंने कहा कि इमारत में जो भी लोग फंसे होंगे, उन्हें बाहर सुरक्षित निकाला जाएगा।
वल्लभ भवन राज्य सचिवालय में आग लगने की घटना पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जांच का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि हमने निर्देश जारी किए हैं कि ऐसी कोई घटना दोबारा न हो।
बताया जा रहा है कि आग पर काबू पाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। करीब 60 से ज्यादा दमकल की गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं। साथ ही आग बुझाने के लिए सेना के जवानों को भी बुलाया गया है।
बता दें कि वल्लभ भवन राज्य सचिवालय में रखी फाइलें आग में जलकर खाक हो गई हैं। आग की इस घटना में तीन कर्मचारियों के झुलसने की भी खबर है, जिन्हें इलाज के लिए जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मध्य प्रदेश के किसी भवन में ये आग लगने की दूसरी घटना है। इससे पहले साल 2023 में सतपुड़ा भवन में भी भीषण आग लग गई थी। इस आग को बुझाने के लिए दमकल की कई गाड़ियों की मदद ली गई थी।
मुख्यमंत्री समेत कई मंत्रियों के दफ्तर मंत्रालय भवन में हैं। वल्लभ भवन में सरकारी विभागों के कई दस्तावेज भी रखे हुए हैं।
मंत्रालय भवन में लगी आग को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार वल्लभ भवन पहुंचे। दोनों नेताओं की सुरक्षाकर्मियों से बहस हुई, जिसके बाद वे गेट पर ही धरने पर बैठ गए।
जीतू पटवारी ने कहा कि यह आग लगी नहीं, बल्कि भाजपा सरकार द्वारा लगवाई गई है। आखिर वल्लभ भवन और सतपुड़ा में चार बार आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं।