जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । दिल्ली की मंत्री आतिशी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि ईडी मेरे घर पर छापेमारी कर सकती है और आने वाले दिनों में मुझे भी जेल में डाला जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि सौरभ और राघव चड्ढा को भी गिरफ्तार किया जा सकता है। आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल अपना इस्तीफा नहीं देंगे।
आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने खुलासा किया है कि भाजपा के एक नेता ने उनके करीबी से संपर्क साधा है। उनको बोला है की आतिशी को अपना करियर बचा के रखना है तो वह जल्द भाजपा में शामिल हो जाए, अन्यथा उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा। उन्हें मालूम हुआ कि भाजपा आम आदमी पार्टी को कुचलना चाहती है। इस कड़ी में उनके साथ-साथ सौरव भारद्वाज, राघव चड्ढा और दुर्गेश पाठक को जल्दी ही गिरफ्तार किया जाएगा। उनके घरों पर भी रेड की जाएगी और फिर समन भेज कर तलब किया जाएगा। उस दौरान उन्हें गिरफ्तार करने की योजना है।
आप नेता आतिशी ने कहा कि आने वाले दिनों में मुझे, दुर्गेश, सौरभ भारद्वाज और राघव चड्ढा को जेल में डाला जाएगा। आने वाले दिनों में मेरे घर, मेरे परिजनों के घर और रिश्तेदारों के यहां पर ईडी का छापा मारा जाएगा। इसे बाद हम लोगों को समन भेजा जाएगा और फिर हम सभी चारों को गिरफ्तार किया जाएगा। लेकिन हम भगत सिंह के चेले हैं। हम भाजपा की इन धमकियों से नहीं डरने वाले हैं। आप का एक एक नेता और कार्यकर्ता देश सेवा के लिए तैयार है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 31 मार्च को जो रामलीला मैदान में दिखा। उससे भाजपा के होश उड़ गए हैं। भारत के विपक्षी पार्टियों के बड़े नेता उस मंच पर एकत्रित हुए थे। हम लोगों ने सभी नेताओं को फोन करके यहां आने को कहा था। भाजपा को लग रहा है हमने सब कुछ कर लिया। लेकिन यह पार्टी अभी भी खड़ी है।
आतिशी के बयान पर भाजपा का पलटवार
आप नेता आतिशी के दावे पर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि अदालतों ने अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह, विजय नायर और मनीष सिसोदिया को जमानत और राहत देने से इनकार कर दिया है। कहें कि यह बदले की राजनीति है, क्या उनका मतलब यह है कि अदालतें बदले की भावना से काम कर रही हैं? क्या उनका मतलब यह है कि अदालतें भाजपा के साथ मिली हुई हैं। आगे कहा कि अगर उनके पास सभी सबूत हैं तो अदालतें उन्हें राहत क्यों नहीं देतीं। यह वही पार्टी है जिसने कुछ महीने पहले कहा था कि भाजपा ने 800 करोड़ रुपये रखे हैं, वे हमारी पार्टी को तोड़ रहे हैं हमारे पास एक ऑडियो टेप है हम इसका खुलासा करने जा रहे हैं। लेकिन वह ऑडियो टेप कहां है। यह पार्टी सबसे अधिक झूठ और सबसे अधिक असत्य बयान देने का ट्रैक रिकॉर्ड है।
ईडी जांच में पहली बार सामने आया आतिशी और सौरभ का नाम
ईडी की ओर से पेश हुए एएसजी एसवी राजू ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं और जांच को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। केजरीवाल ने बताया है कि विजय नायर ने उन्हें कभी रिपोर्ट नहीं किया। लेकिन वह आतिशी और सौरभ भारद्वाज को रिपोर्ट करता था। गौर करने वाली बात ये है कि जब ईडी अदालत को यह बता रही थी तो केजरीवाल ने इसका खंडन तक नहीं किया और चुप्पी साधे रखी।आतिशी गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान गोवा की प्रभारी भी रही हैं। सूत्रों की मानें तो अब इस जांच की आंच मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज तक पहुंच सकती है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर कौन है विजय नायर जिसकी इतनी चर्चा बीते कुछ दिनों ने जोर शोर से हो रही है।
भाजपा ने लगाए गंभीर आरोप
वहीं, भाजपा ने आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने जानबूझकर आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज का नाम शराब घोटाले में लिया है। पार्टी के अनुसार, यह सुनीता केजरीवाल का राजनीतिक रास्ता साफ करने की कोशिश है।
केजरीवाल ने लिया नाम
दरअसल, आज हुई अदालत की सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने यह दावा किया है कि अरविंद केजरीवाल ने यह माना है कि विजय नायर सीधे तौर पर उन्हें नहीं, बल्कि उनकी पार्टी के दो नेता आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज को रिपोर्ट करता था। ऐसे में यदि यह साबित हो जाता है कि विजय नायर सीधे तौर पर केजरीवाल से नहीं, बल्कि आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज से बातचीत करता था, तो मामलों की जांच इन्हीं दोनों नेताओं की ओर मुड़ जाएगी। इससे अरविंद केजरीवाल को क्लीन चिट भले न मिले, लेकिन आम आदमी पार्टी के इन दो नेताओं से पूछताछ होने की संभावना अवश्य बढ़ जाएगी।
चूंकि, विजय नायर पर यह आरोप है कि उसने शराब व्यापारी समीर महेंद्रू से अपने एक करीबी के माध्यम से करोड़ों रुपये की लेनदेन की थी, पैसों के लेनदेन का यह मामला आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज तक भी पहुंच सकता है। इससे इन दोनों नेताओं पर भी ईडी का शिकंजा कस सकता है। इस मामले में दिल्ली सरकार के एक और मंत्री कैलाश गहलोत से भी पूछताछ हो चुकी है। यानी इस मामले में एक के बाद एक कई बड़े आप नेताओं के घिरने की संभावना बढ़ती जा रही है।